डोनाल्ड ट्रंप का मोदी और पुतिन से डर: अप्रूवल रेटिंग की कहानी
डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले पीएम मोदी और पुतिन को अपने करीबी दोस्त मानते थे, अब उनकी लोकप्रियता से चिंतित हैं। हाल ही में जारी रिपोर्टों में पुतिन की 86% और मोदी की 75% अप्रूवल रेटिंग का जिक्र है, जबकि ट्रंप की रेटिंग केवल 44% है। इस स्थिति में, ट्रंप ने मोदी और पुतिन को धमकियां देना शुरू कर दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार दिलवाने की मांग की है, यह कहते हुए कि उन्होंने कई संघर्ष क्षेत्रों में शांति समझौते किए हैं। जानें इस दिलचस्प कहानी के बारे में।
Aug 2, 2025, 12:51 IST
ट्रंप की चिंता और लोकप्रियता की रेटिंग
डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले पीएम मोदी और पुतिन को अपने करीबी दोस्त मानते थे, अब उनके प्रति चिंतित नजर आ रहे हैं। यह चिंता इतनी गहरी है कि ट्रंप ने अजीब हरकतें करनी शुरू कर दी हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया कि पुतिन की देश में अप्रूवल रेटिंग 86 प्रतिशत है, जिसका मतलब है कि 86 प्रतिशत रूसियों को पुतिन पर भरोसा है। यह उनकी ताकत को दर्शाता है। इसके बाद एक और सूची में, पुतिन को छोड़कर, दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं की रेटिंग दी गई, जिसमें पीएम मोदी 75 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ पहले स्थान पर रहे। इसका मतलब है कि 75 प्रतिशत भारतीय पीएम मोदी पर भरोसा करते हैं। यह मोदी की ताकत को दर्शाता है। लेकिन ट्रंप तब घबरा गए जब उनकी खुद की अप्रूवल रेटिंग केवल 44 प्रतिशत रही। जबकि मोदी पहले स्थान पर थे, ट्रंप आठवें स्थान पर आए।
ट्रंप की धमकियां और प्रेस सचिव का बयान
इस स्थिति में, डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी और पुतिन को धमकियां देना शुरू कर दिया। ट्रंप की लोकप्रियता के भूख ने उन्हें अपने प्रेस सचिव से एक ऐसा बयान दिलवाने पर मजबूर किया, जो उनके डर को स्पष्ट करता है। यह बयान ट्रंप की तारीफ करने के लिए था, लेकिन इससे यह स्पष्ट हो गया कि वह पीएम मोदी और पुतिन से कितने डरे हुए हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट मीडिया के सवालों का जवाब देती हैं और ट्रंप के फैसलों के बारे में जानकारी देती हैं। लेकिन इस बार, ट्रंप की छवि को बचाने के लिए उन्होंने एक ऐसा बयान दिया, जिसे सुनकर भारत, रूस और पूरी दुनिया में हंसी आई। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार दिलवाएं, क्योंकि उन्होंने हर महीने औसतन एक युद्ध को रोका है।
शांति समझौतों का दावा
कैरोलिन लीविट ने यह भी दावा किया कि ट्रंप ने कई संघर्ष क्षेत्रों में शांति समझौतों और युद्धविराम को लागू किया है। उन्होंने कहा कि औसतन हर महीने एक शांति समझौता हुआ है और ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की। लीविट ने कहा कि राष्ट्रपति ने थाईलैंड और कंबोडिया, इज़राइल और ईरान, रवांडा और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, भारत और पाकिस्तान, सर्बिया और कोसोवो, और मिस्र और इथियोपिया के बीच संघर्ष समाप्त कर दिए हैं। इसका मतलब है कि ट्रंप ने अपने छह महीने के कार्यकाल में औसतन हर महीने एक शांति समझौता या युद्धविराम करवाया है। अब समय आ गया है कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाए।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
ट्रंप ने बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को रोकने का श्रेय लिया है, जबकि भारत ने उनके दावों का खंडन किया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मामले को द्विपक्षीय रूप से सुलझाएगा।