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डोनाल्ड ट्रंप का 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट' सीनेट में पारित

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट' सीनेट में प्रारंभिक बाधा पार कर गया है। यह विधेयक 51-49 मतों से पारित हुआ, लेकिन इसके विवादों में मेडिकेड में कटौती और ओवरटाइम वेतन पर टैक्स हटाने जैसे मुद्दे शामिल हैं। विपक्ष ने इसे जल्दबाज़ी में पारित करने का आरोप लगाया है। आगे, यदि यह विधेयक प्रतिनिधि सभा में भी पारित होता है, तो ट्रंप को अपनी पार्टी के भीतर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
 

ट्रंप के महत्वाकांक्षी विधेयक की सीनेट में सफलता

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का महत्वाकांक्षी विधेयक 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट' ने सीनेट में प्रारंभिक बाधा को पार कर लिया है। ट्रंप प्रशासन 4 जुलाई से पहले इस कानून को पारित कराने के लिए प्रयासरत है और उन्हें सीनेट में पहली सफलता मिली है। शनिवार रात को रिपब्लिकन पार्टी के नेतृत्व में यह बिल 51-49 मतों से पहले चरण में पारित हुआ है। अब इसे अगले चरण की चर्चा के लिए सीनेट में आगे बढ़ाया गया है। हालांकि, विपक्ष ने इसे जल्दबाज़ी में पारित करने का आरोप लगाया है.


रातभर चली वोटिंग में हुआ फैसला

रिपब्लिकन पार्टी के अंदर हुई बंद कमरे की बातचीत और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के दबाव के बाद विस्कॉन्सिन के सीनेटर रॉन जॉनसन को इस बिल का समर्थन करने के लिए मनाया गया। हालांकि, रैंड पॉल और थॉम टिलिस ने सभी डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर इसके खिलाफ वोट दिया। डेमोक्रेट नेता चक शूमर ने इस बिल की अचानक पेशकश की आलोचना की और मांग की कि इसे पूरी तरह से पढ़ा जाए, जिसके लिए लगभग 15 घंटे का समय लग सकता है.


बिल में क्या है विवादित?

इस विधेयक की सबसे बड़ी आलोचना मेडिकेड में कटौती को लेकर हो रही है, जिससे अनुमानित 86 लाख अमेरिकी नागरिकों का स्वास्थ्य बीमा खतरे में पड़ सकता है। इसके अलावा, ग्रामीण अस्पतालों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ओवरटाइम वेतन पर टैक्स हटाने और स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रमों की कटौती को लेकर भी चिंता जताई जा रही है। एलन मस्क ने इसे 'राजनीतिक आत्महत्या' बताते हुए कड़ी आलोचना की है.


आगे क्या होगा?

यदि यह विधेयक सीनेट में पारित हो जाता है, तो इसे प्रतिनिधि सभा में वापस भेजा जाएगा। वहां भी रिपब्लिकन पार्टी को अपनी ही पार्टी के भीतर कंजरवेटिव और मॉडरेट गुटों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। यदि कुछ सदस्य पीछे हटते हैं, तो यह विधेयक राष्ट्रपति ट्रंप तक पहुंचने से पहले ही खारिज हो सकता है.