डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में सेंध: नागरिक विमान ने नो-फ्लाई जोन का उल्लंघन किया
डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में गंभीर चूक
डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में चूक: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुरक्षा मामले में रविवार (6 जुलाई 2025) को एक गंभीर घटना हुई। ट्रंप न्यू जर्सी के बेडमिन्स्टर में अपने गोल्फ क्लब में छुट्टियां मना रहे थे, तभी एक नागरिक विमान ने वहां के नो-फ्लाई जोन में प्रवेश कर लिया। यह क्षेत्र अस्थायी रूप से उड़ानों के लिए बंद था। राष्ट्रपति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी डिफेंस एजेंसी NORAD ने तुरंत एक F-16 लड़ाकू विमान को तैनात किया। इस फाइटर जेट ने नागरिक विमान को सावधानीपूर्वक वहां से बाहर निकाला। NORAD ने पुष्टि की कि विमान से कोई खतरा नहीं था और स्थिति को शांति से नियंत्रित किया गया।
कैसे रोका गया नागरिक विमान?
कैसे रोका गया नागरिक विमान?
F-16 जेट ने ‘हेडबट’ तकनीक का उपयोग किया, जिसमें वह विमान के ठीक सामने से तेजी से उड़ान भरता है ताकि पायलट को सतर्क किया जा सके। यह तरीका अपनाने का उद्देश्य था कि पायलट को बिना डराए नो-फ्लाई जोन से बाहर निकाला जा सके। इसके बाद, वह विमान सुरक्षित रूप से प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर चला गया।
बार-बार हो रही हैं ऐसी घटनाएं
बार-बार हो रही हैं ऐसी घटनाएं
NORAD के अनुसार, हाल के हफ्तों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं। इस पर चिंता जताते हुए NORAD ने सभी पायलटों से अनुरोध किया है कि वे उड़ान भरने से पहले NOTAM (Notice to Air Missions) और अन्य उड़ान प्रतिबंधों की जानकारी अवश्य लें। ऐसी लापरवाही राष्ट्रपति की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। इससे पहले मार्च 2025 में भी एक नागरिक विमान फ्लोरिडा में ट्रंप के निवास के ऊपर से प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में घुस गया था। उस समय भी NORAD ने फाइटर जेट भेजकर स्थिति को संभाला था।
सुरक्षा उल्लंघन के गंभीर परिणाम
सुरक्षा उल्लंघन के गंभीर परिणाम
इस घटना के बाद NORAD ने दोहराया है कि राष्ट्रपति या किसी वीआईपी की मौजूदगी के दौरान बनाए गए नो-फ्लाई जोन का उल्लंघन सुरक्षा के साथ-साथ कानूनी रूप से भी गंभीर अपराध है। यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि अमेरिका वीआईपी सुरक्षा को लेकर कितनी सतर्कता बरतता है। हालांकि स्थिति को शांतिपूर्वक संभाला गया, लेकिन बार-बार ऐसी घटनाओं का होना चिंता का विषय है।