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डोनाल्ड ट्रंप ने 14 देशों पर नए टैरिफ का ऐलान किया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 देशों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त से लागू होंगे। इस निर्णय के तहत थाईलैंड, बांग्लादेश, और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर विभिन्न दरों पर टैक्स लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका अब व्यापार में कोई छूट नहीं देगा और जो देश समझौता नहीं करेंगे, उन्हें टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। भारत के साथ संभावित व्यापार समझौते के संकेत भी दिए गए हैं, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
 

ट्रंप का नया टैरिफ ऐलान

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 देशों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त से प्रभावी होंगे। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका अब व्यापार में कोई छूट नहीं देगा और जो देश समझौता नहीं करेंगे, उन्हें टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने ब्रिटेन और चीन के साथ व्यापार समझौते कर लिए हैं। जिन देशों के साथ समझौता होने की संभावना नहीं है, उन्हें टैरिफ की जानकारी देने के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं।


ट्रंप ने कहा, "हमने सभी से बातचीत की है। जो देश हमारे साथ व्यापार करना चाहते हैं, उन्हें टैरिफ का भुगतान करना होगा। हम निष्पक्ष रहेंगे, लेकिन अमेरिका को अब नुकसान नहीं होने देंगे।" उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन 14 देशों के पत्र साझा किए हैं, जिनमें थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, मलेशिया, कजाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, लाओस, इंडोनेशिया, ट्यूनीशिया, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया और कंबोडिया शामिल हैं।


इन देशों पर 1 अगस्त से टैरिफ लागू होंगे। थाईलैंड और कंबोडिया पर 36% टैरिफ, बांग्लादेश और सर्बिया पर 35%, म्यांमार और लाओस पर 40%, इंडोनेशिया पर 32%, दक्षिण अफ्रीका और बोस्निया पर 30%, जबकि मलेशिया, कजाकिस्तान, जापान और दक्षिण कोरिया पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा।


ट्रंप ने पत्र में चेतावनी दी कि यदि ये देश अमेरिकी सामान पर अपने टैरिफ बढ़ाते हैं, तो अमेरिका भी टैरिफ की दर बढ़ा देगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि ये देश अपनी व्यापार नीतियों में बदलाव करते हैं, तो टैरिफ कम किए जा सकते हैं।


मोहलत का विस्तार
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने पहले घोषणा की थी कि ट्रंप ने 9 जुलाई की टैरिफ डेडलाइन को बढ़ाकर 1 अगस्त कर दिया है। दरअसल, ट्रंप ने 2 अप्रैल को कई देशों के लिए 50% तक के "पारस्परिक" टैरिफ की घोषणा की थी।


9 अप्रैल को टैरिफ लागू होने के बाद शेयर बाजार में गिरावट आई और बॉंड मार्केट में भी हलचल मची, जिसके बाद ट्रंप ने देशों को बातचीत के लिए तीन महीने का और समय दिया था। ट्रंप का कहना है कि अमेरिका अब पहले से ज्यादा मजबूत और समृद्ध है। उन्होंने कहा, "हमारे पास पहले कभी ऐसे निवेश और आर्थिक आंकड़े नहीं थे। हम चाहें तो और सख्ती कर सकते हैं, लेकिन दोस्ताना रिश्तों को देखते हुए हम नरमी बरत रहे हैं।"


भारत के साथ संभावित समझौता
ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक संकेत दिए। उन्होंने कहा, "हम भारत के साथ समझौते के बहुत करीब हैं।" हालांकि, उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं और यह समझौता दोनों देशों के लिए लाभकारी हो सकता है।


ट्रंप का यह बयान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है, क्योंकि यह व्यापार बढ़ाने का एक अवसर प्रदान कर सकता है। इस बीच, ट्रंप की टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। कई देश अब अमेरिका के साथ बातचीत में जुट गए हैं ताकि टैरिफ के प्रभाव से बच सकें। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत और अमेरिका का यह संभावित समझौता कितना प्रभावी साबित होता है।