×

डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाया, भारत पर क्या होगा असर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे ब्रिक्स देशों में हलचल मच गई है। ट्रंप ने भारत पर भी 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही है। जानें कि इस निर्णय का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा और अन्य ब्रिक्स देशों की प्रतिक्रिया क्या होगी। क्या भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता संभव है? इस लेख में सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई है।
 

ट्रंप का टैरिफ निर्णय

ट्रंप का टैरिफ ब्राजील पर: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार रात को 7 देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इस निर्णय में उन्होंने ब्रिक्स के प्रमुख सदस्य ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया। ट्रंप ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक टैरिफ पत्र भी साझा किया, जिसमें उन्होंने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ चल रहे मुकदमे की आलोचना की। बोल्सोनारो पर 2023 में ब्रासीलिया में सत्ता परिवर्तन के दौरान दंगे भड़काने का आरोप है। ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी है। अब यह देखना होगा कि अन्य ब्रिक्स देशों पर ट्रंप की प्रतिक्रिया क्या होगी। ब्रिक्स में ब्राजील के अलावा दक्षिण अफ्रीका, रूस, चीन और भारत शामिल हैं।


कौन से देशों पर लगाया गया टैरिफ?

ट्रंप ने अब तक म्यांमार, लाओस, ट्यूनीशिया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया, जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, और मलेशिया के खिलाफ टैरिफ लगाया है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स समूह अमेरिकी डॉलर को कमजोर कर रहा है और इसे नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया गया है। ब्रिक्स के सदस्य देशों को 10 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि डॉलर की शक्ति को चुनौती देने वालों को बड़ी कीमत चुकानी होगी।


भारत पर टैरिफ का असर

भारत के संदर्भ में ट्रंप ने स्पष्ट किया कि भारत पर भी 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, क्योंकि वह भी ब्रिक्स का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि किसी को भी छूट नहीं दी जाएगी। ब्रिक्स समिट के दौरान ट्रंप की इस कार्रवाई को सदस्य देशों ने डब्ल्यूटीओ नियमों के खिलाफ बताया है। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता भी संभव है, जिसमें 10 से 20 प्रतिशत टैरिफ लगाया जा सकता है, जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है।


भारत के साथ व्यापार समझौता?

ट्रंप ने पहले ही चीन और रूस पर भारी टैरिफ लगाने की बात की है। अब यह देखना होगा कि भारत पर कितना टैरिफ लगाया जाएगा। यदि व्यापार समझौता किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचता है, तो भारत पर और अधिक टैरिफ लगाया जा सकता है, जिससे भारत भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। हालांकि, अमेरिका नहीं चाहेगा कि भारत के साथ उसकी स्थिति बिगड़े, क्योंकि भारत हिंद प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका का महत्वपूर्ण साझेदार है।