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डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी क्राउन प्रिंस का बचाव किया, खशोगी हत्या पर खुफिया रिपोर्ट को नकारा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का बचाव किया, यह कहते हुए कि उन्हें खशोगी की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ट्रंप ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के दावों को खारिज किया, जबकि मानवाधिकार समूहों ने उनकी टिप्पणियों की निंदा की। जानें इस विवादास्पद बैठक के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक निहितार्थ।
 

ट्रंप का क्राउन प्रिंस का समर्थन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एक बैठक के दौरान सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का समर्थन किया, यह कहते हुए कि उन्हें वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यह टिप्पणी तब आई जब एबीसी न्यूज़ के एक संवाददाता ने ट्रंप से पूछा कि अमेरिकियों को क्राउन प्रिंस पर भरोसा क्यों करना चाहिए, जबकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि उन्होंने 2018 में खशोगी की हत्या को मंजूरी दी थी।


ट्रंप ने खुफिया एजेंसियों के दावों को खारिज किया

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि 2018 में खशोगी की हत्या में क्राउन प्रिंस की संलिप्तता हो सकती है। ट्रंप ने सऊदी अरब के शासक का गर्मजोशी से स्वागत किया, जो सात साल में पहली बार व्हाइट हाउस आए थे। खशोगी की हत्या ने अमेरिका और सऊदी अरब के बीच तनाव पैदा किया था, लेकिन अब ट्रंप इसे खत्म होते हुए देख रहे हैं और क्राउन प्रिंस को पश्चिम एशिया का एक महत्वपूर्ण नेता मानते हैं।


खशोगी की हत्या पर ट्रंप की विवादास्पद टिप्पणियाँ

ट्रंप ने खशोगी को 'बहुत विवादित व्यक्ति' बताते हुए कहा कि 'कई लोग उन्हें पसंद नहीं करते थे।' प्रिंस मोहम्मद ने खशोगी की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। ओवल ऑफिस में ट्रंप ने कहा, 'पसंद करें या न करें, ऐसी बातें हो जाती हैं... लेकिन क्राउन प्रिंस को इसके बारे में कुछ नहीं पता था।' अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने निष्कर्ष निकाला था कि खशोगी की हत्या के लिए क्राउन प्रिंस ने स्वीकृति दी थी।


सऊदी अरब का अमेरिका में निवेश बढ़ाने का ऐलान

सऊदी अरब ने अमेरिका में निवेश को एक ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने की योजना की घोषणा की है, जो पहले के 600 अरब डॉलर से अधिक है। प्रिंस मोहम्मद ने अमेरिका को विदेशी निवेश के लिए 'दुनिया का सबसे आकर्षक देश' बताया। ट्रंप ने क्राउन प्रिंस का सैन्य सम्मान के साथ स्वागत किया और व्हाइट हाउस में उनके साथ रात्रिभोज का आयोजन किया, जिसमें कई वैश्विक उद्योगपतियों ने भाग लिया।


खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट और ट्रंप की स्थिति

2021 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा जारी एक गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया था कि मोहम्मद बिन सलमान ने खशोगी की गिरफ्तारी या हत्या को मंजूरी दी थी। इस रिपोर्ट ने बाइडेन प्रशासन को 'खशोगी नीति' लागू करने के लिए प्रेरित किया, जिसमें उन व्यक्तियों पर वीज़ा प्रतिबंध लगाए गए जो असंतुष्टों को निशाना बनाते हैं। ट्रंप की टिप्पणियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह क्राउन प्रिंस के साथ खड़े हैं, भले ही इसका मतलब अमेरिकी खुफिया जानकारी का खंडन करना हो।


मानवाधिकार समूहों की प्रतिक्रिया

ट्रंप की टिप्पणियों की मानवाधिकार अधिवक्ताओं ने तीव्र निंदा की है। खशोगी द्वारा स्थापित समूह DAWN के एडवोकेसी निदेशक राएद जर्रार ने ट्रंप पर सऊदी अरब में आलोचकों के दमन में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप के हाथ जमाल खशोगी के खून से रंगे हैं।' मानवाधिकार संगठनों ने रियाद की बार-बार आलोचना की है, जिसमें कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी और पत्रकारों के दमन का उल्लेख है।