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डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दस्तावेज़ों पर विवाद: न्याय विभाग की पारदर्शिता पर सवाल

वॉशिंगटन में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के न्याय विभाग द्वारा जारी किए गए जेफ्री एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज़ों ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया है कि दस्तावेज़ों में अत्यधिक संपादन किया गया है और यह कानून का उल्लंघन है। इस विवाद में कई प्रमुख डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन नेताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। न्याय विभाग ने अपने बचाव में कहा है कि वह कानून का पालन कर रहा है। इस मुद्दे पर कानूनी और राजनीतिक लड़ाई की संभावना बनी हुई है।
 

अमेरिकी राजनीति में हलचल

शुक्रवार की रात वॉशिंगटन में हुई एक घटना ने अमेरिकी राजनीति और न्याय व्यवस्था में हलचल पैदा कर दी है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के न्याय विभाग ने जेफ्री एपस्टीन से संबंधित दस्तावेजों का एक सीमित और संपादित संस्करण जारी किया, जिसके बाद तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं। विपक्षी सांसदों का कहना है कि यह कदम उस कानून का उल्लंघन है, जो निर्धारित समय सीमा के भीतर अधिकांश फाइलों को सार्वजनिक करने की बात करता है।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

कैलिफोर्निया से डेमोक्रेट सांसद रो खन्ना, जो एपस्टीन ट्रांसपेरेंसी एक्ट के सह-लेखक हैं, ने एक वीडियो बयान में कहा कि न्याय विभाग द्वारा जारी दस्तावेज अधूरे हैं और इनमें अत्यधिक संपादन किया गया है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि न्याय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ महाभियोग और कांग्रेस की अवमानना के आरोपों पर विचार किया जा रहा है।


फाइलों का गायब होना

शनिवार को भी असंतोष कम नहीं हुआ, जब न्याय विभाग की वेबसाइट से बिना किसी स्पष्टीकरण के एपस्टीन से जुड़ी कम से कम 16 फाइलें हटा दी गईं। हटाए गए दस्तावेजों में कुछ तस्वीरें भी थीं, जिनमें डोनाल्ड ट्रंप, मेलानिया ट्रंप, जेफ्री एपस्टीन और गिसलेन मैक्सवेल एक साथ दिखाई देते हैं। इन फाइलों के अचानक गायब होने से अटकलें और बढ़ गईं।


रिपब्लिकन सांसदों की नाराजगी

रिपब्लिकन सांसद थॉमस मैसी ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह कानून सामान्य संसदीय समन जैसा नहीं है, जिसकी मियाद समाप्त हो जाए। डेमोक्रेटिक नेताओं ने इसे अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े कवर-अप में से एक बताया।


डेमोक्रेटिक नेताओं की टिप्पणियाँ

सीनेट में डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने कहा कि दस्तावेजों को जिस तरीके से जारी किया गया, वह पारदर्शिता और कानून दोनों का उल्लंघन है। न्यूयॉर्क से सांसद एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को इस्तीफा देना चाहिए।


न्याय विभाग का बचाव

हालांकि, न्याय विभाग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह कानून का पालन कर रहा है। विभाग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि किसी भी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली व्यक्ति का नाम छिपाया नहीं गया है और सभी संदर्भ सार्वजनिक किए गए हैं।


आगे की संभावनाएँ

इस मामले का दायरा केवल दस्तावेजों की रिलीज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ट्रंप प्रशासन की पारदर्शिता, जवाबदेही और कानून के पालन पर भी सवाल खड़े कर रहा है। आने वाले दिनों में इस पर कानूनी और राजनीतिक लड़ाई और तेज होने की संभावना है।