×

तमिलनाडु की राजनीति में विजय का बढ़ता प्रभाव और संभावित बदलाव

तमिल फिल्मों के सुपरस्टार विजय की राजनीतिक यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है। अन्ना डीएमके से अलग हुए दो प्रमुख नेता उनकी पार्टी में शामिल होने की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीसेल्वम और टीटीवी दिनाकरण के विजय के साथ जुड़ने से तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा बदलाव आ सकता है। विजय की बढ़ती लोकप्रियता और चुनावी रणनीतियों पर एक नजर डालते हैं। क्या यह चुनाव दिलचस्प बनेगा? जानें पूरी कहानी में।
 

विजय का राजनीतिक सफर

तमिल सिनेमा के मशहूर अभिनेता विजय का राजनीतिक सफर तमिलनाडु की प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौती बनता जा रहा है। हाल ही में खबर आई है कि अन्ना डीएमके से अलग हुए दो प्रमुख नेता विजय की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीसेल्वम के विजय की पार्टी टीवीके में शामिल होने की चर्चा है, जबकि वीके शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण के भी उनके साथ जुड़ने की संभावनाएं हैं। भाजपा ने इन दोनों नेताओं को एनडीए में वापस लाने की कोशिश की थी, लेकिन अन्ना डीएमके के नेता ई पलानीस्वामी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार बनने के बाद, दोनों ने एनडीए में लौटने से मना कर दिया। यदि ये दोनों विजय के साथ जुड़ते हैं, तो यह तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।


विजय की बढ़ती लोकप्रियता

थलपति विजय तेजी से राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। एक अभिनेता के रूप में उनकी लोकप्रियता तो है ही, लेकिन जब से उन्होंने अपना राजनीतिक दल स्थापित किया है, तब से वे इस दिशा में सक्रियता से काम कर रहे हैं। देश के प्रसिद्ध चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर उनके लिए रणनीतियाँ तैयार कर रहे हैं। इसी रणनीति के तहत विजय हाल ही में मलेशिया गए, जहां उन्होंने अपनी नई फिल्म का एक गाना लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए और यह मलेशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ। जब वे चेन्नई लौटे, तो हवाईअड्डे पर उनके समर्थकों की भीड़ ने उनका स्वागत किया। इरोड में उनकी दूसरी राजनीतिक रैली में भी ऐसा ही उत्साह देखने को मिला। यदि विजय पनीसेल्वम और दिनाकरण के साथ जुड़ते हैं, तो आगामी चुनाव बेहद दिलचस्प हो सकता है।