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तेज प्रताप यादव का RJD से अलगाव: बिहार में बदलाव की आवश्यकता

तेज प्रताप यादव ने हाल ही में एक जनसभा में RJD से अपने अलगाव की घोषणा की और बिहार में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बयान दिया और शिवानंद तिवारी पर गंभीर आरोप लगाए। तेज प्रताप का कहना है कि बिहार में बेरोजगारी और अपराध की समस्या बढ़ रही है, और वे अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल के माध्यम से राजनीतिक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं। जानें उनके विचार और भविष्य की योजनाएं।
 

बिहार चुनाव 2025: तेज प्रताप यादव का बड़ा बयान

Bihar Elections 2025: राजद के पूर्व नेता और बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने रविवार को एक जनसभा में कई महत्वपूर्ण बातें कहीं, जो उनकी पुरानी पार्टी RJD के लिए चिंता का विषय बन सकती हैं। तेज प्रताप ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अब कभी भी RJD में वापस नहीं लौटेंगे और गीता की कसम खाई कि किसी भी निमंत्रण पर वे पार्टी में नहीं जाएंगे।


भाजपा के समर्थन में तेज प्रताप का बयान

इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्द कहने के मामले में भाजपा के पक्ष में खड़े होने की बात कही और केंद्र तथा राज्य सरकार से तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। तेज प्रताप ने कहा कि हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अगर महुआ के राजद विधायक मुकेश रौशन को जेल नहीं भेजा गया, तो जनशक्ति जनता दल आंदोलन करेगा।


शिवानंद तिवारी पर गंभीर आरोप

शिवानंद तिवारी पर लगाया बड़ा आरोप

तेज प्रताप ने भोजपुर जिले के शाहपुर हाईस्कूल मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अपने पिता के पुराने मित्र शिवानंद तिवारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने ही उनके पिता को जेल भेजवाया था। उन्होंने कहा कि शिवानंद के पुत्र राहुल तिवारी को हराना उनकी प्राथमिकता है।


बिहार में बदलाव की आवश्यकता

'बिहार में बदलाव की जरूरत'

इसके अलावा, तेज प्रताप ने अपनी पार्टी के कार्यालय के उद्घाटन के बाद कहा कि बिहार में बदलाव की आवश्यकता है। उनका कहना था कि बेरोजगारी बढ़ी है, अपराध चरम पर है और राज्य के युवा पलायन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब वे स्वास्थ्य मंत्री थे, तब दवाओं की कालाबाजारी की जांच का आदेश दिया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद यह आदेश भी बदल गया।


नए राजनीतिक सफर की शुरुआत

तेज प्रताप यादव की बातों से यह स्पष्ट है कि वे अब पूरी तरह से अपने नए राजनीतिक सफर पर हैं और अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल को बिहार में एक नया मोड़ देने की कोशिश कर रहे हैं.