तेजस्वी यादव ने बिहार में मतदाता पुनरीक्षण पर उठाए सवाल
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता की चिंताएँ
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और महागठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख तेजस्वी यादव ने राज्य में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण को लेकर फिर से सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा जारी विज्ञापनों और सोशल मीडिया पोस्टों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। उनके अनुसार, आयोग के अपने आदेशों में भी असंगति है।
तेजस्वी ने सुझाव दिया कि चुनाव आयोग को स्पष्ट आदेश या अधिसूचना जारी करनी चाहिए। महागठबंधन की संयुक्त प्रेस वार्ता में उन्होंने यह भी कहा कि क्या अब संवैधानिक संस्थाओं के लिए विज्ञापन और सोशल मीडिया पोस्ट ही नीति निर्धारण का आधार बन गए हैं। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर एक फॉर्म में आधार कार्ड के समावेश पर भी सवाल उठाया।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार से बाहर काम कर रहे लोगों का मतदाता पुनरीक्षण कैसे किया जाएगा। क्या उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाना ही एकमात्र विकल्प है? ऐसे लोगों की संख्या लगभग चार करोड़ है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया को तुरंत रोकने की अपील की, ताकि चुनाव के बाद इसे फिर से शुरू किया जा सके और लोकतंत्र की गरिमा और जनता का विश्वास बना रहे। इस मुद्दे पर कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने भी चुनाव आयोग की स्थिति को भ्रमित बताया और कहा कि आयोग किसी दबाव में निष्पक्ष निर्णय नहीं ले पा रहा है, जिसके कारण आदेश लगातार बदल रहे हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि जब 25 जनवरी 2025 को मतदाता सूची को अंतिम रूप दिया गया था, तो अब उसे क्यों नकारा जा रहा है?
राजेश राम ने कहा कि ट्रेड यूनियन द्वारा 9 जुलाई को प्रस्तावित भारत बंद का महागठबंधन के सभी घटक दल समर्थन कर रहे हैं। पूरे बिहार में 'चक्का जाम' होगा और घटक दलों के प्रमुख नेता राजधानी पटना में सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस बंद में शामिल होने के लिए पटना आ रहे हैं। पटना में एक विरोध मार्च का आयोजन किया जाएगा।
महागठबंधन ने चुनाव आयोग से विधानसभा वार प्रतिदिन का डेटा सार्वजनिक करने की मांग की है, ताकि मतदाता पुनरीक्षण में पारदर्शिता बनी रहे। इस प्रेस वार्ता में राजद के संजय यादव, प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी उपस्थित थे।