दिल्ली धमाके के बाद पाकिस्तान की चिंता बढ़ी, मोदी ने की कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
दिल्ली में धमाका: आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन
लाल किले के निकट हुए विस्फोट ने भारत को एक बार फिर से जख्म देने की कोशिश की है, और इसके पीछे वही पुराना नाम जैश मोहम्मद है। यह संगठन पाकिस्तान की शरण में पलता है और भारत के खिलाफ नापाक साजिशें रचता है। लेकिन इस बार स्थिति अलग नजर आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी भूटान से लौटते ही अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों का हौसला बढ़ाया और CCS की बैठक भी की।
प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी चेतावनी
दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवादियों और उनके आकाओं को कड़ी सजा मिलेगी। भारत सरकार ने इस घटना को आधिकारिक रूप से आतंकी हमला घोषित किया है।
पाकिस्तान की बौखलाहट
पाकिस्तान इस बार अपने आपको नहीं बचा पाएगा। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है और यह जारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार कहा है कि जो भी इसके पीछे है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
प्रारंभिक जांच के संकेत
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि दिल्ली हमले का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से है। इससे पाकिस्तान में भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
पाकिस्तान में उच्चस्तरीय बैठक
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्थिति पर चर्चा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और अन्य शीर्ष मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक से पहले, कई कैबिनेट सदस्यों ने कहा कि पाकिस्तान अब भारत के साथ युद्ध की स्थिति में है।
आर्थिक स्थिति पर चिंता
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बैठक में कहा कि देश की आर्थिक स्थिति उसे भारत या अफगानिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की अनुमति नहीं देती।