×

धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर साधा निशाना, प्रेस कॉन्फ्रेंस को बताया चुनावी हथकंडा

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस को चुनावी हथकंडा बताया। उन्होंने कहा कि राहुल हर बार एक नया झूठ लेकर आते हैं और अब उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता। प्रधान ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भारतीय सेना को कठघरे में खड़ा किया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और बिहार चुनाव में कांग्रेस की स्थिति के बारे में।
 

धर्मेंद्र प्रधान का राहुल गांधी पर हमला


नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह हमेशा एक झूठ लेकर आते हैं, जो बाद में फुस्स हो जाता है। इसके बाद वे नए झूठ के साथ सामने आते हैं। प्रधान ने राहुल गांधी को झूठ और फाल्स नैरेटिव का रिसर्च सेंटर करार दिया।


धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राहुल गांधी की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार में होने वाली हार से बचने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह सभी को ज्ञात है कि राहुल गांधी देश के संविधान, लोकतंत्र और जनता के मताधिकार में विश्वास नहीं रखते। वह एक ऐसे आदर्श लोक में खोए हुए हैं, जहां उन्हें लगता है कि 'न खाता न बही, जो राहुल गांधी कहें, वही सही'। लेकिन सच्चाई यह है कि वह बिहार चुनाव में होने वाली हार से बचने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं।


उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी अब किसी गंभीरता से नहीं लिए जाते। इन सभी प्रयासों के बावजूद, वह अपनी असफलता की जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।


धर्मेंद्र प्रधान ने एक और पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय सेना को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि दशकों तक पिछड़े वर्गों के आरक्षण को कुचलने वाले लोग चुनाव के समय आरक्षण पर आंसू बहाने लगते हैं।


कांग्रेस की भारतीय संस्कृति और सामाजिक मुद्दों पर वैमनस्यता की भावना को पूरा देश जानता है। लेकिन आरक्षण जैसे मुद्दे पर राजनीतिक लाभ के लिए भारतीय सेना का अपमान सहन नहीं किया जा सकता। प्रधान ने कहा कि पाकिस्तान के 'पोस्टर बॉय' राहुल गांधी को भारतीय सेना का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है।


आरक्षण के मुद्दे पर, उन्होंने कहा कि मंडल आयोग से लेकर काका कालेलकर रिपोर्ट तक को नकारने वाले लोग कभी भी आरक्षण और पिछड़े वर्गों के हितैषी नहीं हो सकते। आज जब प्रधानमंत्री जी की सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर चलकर आरक्षण की रक्षा कर रही है, तो पिछड़ा विरोधी कांग्रेस और उसके शहजादे को पीड़ा होना स्वाभाविक है।