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नाहड़ के दो भाइयों ने चिकित्सा क्षेत्र में नया इतिहास रचा

नाहड़ के दो सगे भाइयों, मनीष राव और राहुल यादव, ने चिकित्सा क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने डॉक्टरेट ऑफ़ मेडिसिन (डीएम) की परीक्षा में उत्कृष्टता से चयनित होकर अपने गांव और प्रदेश का नाम रोशन किया है। मनीष ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि राहुल ने 34वां स्थान हासिल किया। उनकी सफलता की कहानी प्रेरणादायक है और यह दर्शाती है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
 

चिकित्सा में उत्कृष्टता की नई मिसाल


  • डॉक्टरेट ऑफ़ मेडिसिन (डीएम) की परीक्षा में सफलता


रेवाड़ी समाचार: नाहड़ गांव के दो सगे भाई, मनीष राव और राहुल यादव, ने एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई के बाद डॉक्टरेट ऑफ़ मेडिसिन (डीएम) की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने इंस्टिट्यूट ऑफ़ नेशनल इंर्पोटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (आईएनआई-सीईटी) में उत्कृष्टता से चयनित होकर अपने गांव, जिला और प्रदेश का नाम रोशन किया है।


इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में मनीष राव ने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि राहुल यादव ने 34वां स्थान प्राप्त किया। साहित्यकार सत्यवीर नाहडिया के अनुसार, दोनों भाइयों ने दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई में उत्कृष्टता दिखाई।


राहुल ने उदयपुर में एनेस्थीसिया में एमडी किया, जबकि मनीष ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से मेडिसिन में एमडी की। अब डीएम की परीक्षा में भी दोनों भाइयों ने क्रमशः एम्स दिल्ली और एम्स बठिंडा में चयनित होकर एक नई मिसाल कायम की है।


अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने दादा-दादी, माता-पिता, प्राचार्य और गुरुजनों को दिया है। नाहड़ की इस प्रतिभाशाली जोड़ी की इस उपलब्धि पर विभिन्न संगठनों और शिक्षाविदों ने बधाई दी है।