नेपाल में राजनीतिक बदलाव: सुशीला कार्की बनीं अंतरिम प्रधानमंत्री
नेपाल की नई सरकार का गठन
नेपाल की राजनीतिक स्थिति में अचानक बदलाव आया है। हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद, देश में एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया गया है। इस नई सरकार की कमान सुशीला कार्की को सौंपी गई है, जिन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। यह उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगी।इस बीच, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) की प्रमुख और पूर्व शिक्षा मंत्री सुमाना श्रेष्ठ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ऐसी अटकलें हैं कि वे सुशीला कार्की की नई कैबिनेट में शामिल हो सकती हैं।
सुमाना श्रेष्ठ ने पार्टी की स्थिति पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि पार्टी नेतृत्व अपनी गलतियों को स्वीकार करने के बजाय और गलतियां कर रहा है, जिससे पार्टी के सदस्यों पर दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग पार्टी की आलोचना करते हैं, उनके खिलाफ मीडिया में नकारात्मक प्रचार किया जा रहा है।
सुमाना ने कहा, "राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी में पार्टी और नेताओं को देश से ऊपर रखा जा रहा है। मैंने इस पर बार-बार आपत्ति जताई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके विपरीत, आलोचना करने वालों को निशाना बनाया गया। यह तरीका बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे अपने विचार खुलकर व्यक्त करेंगी और पार्टी नेतृत्व को चुनौती देंगी। उनका मानना है कि कांग्रेस, यूएमएल और अन्य दलों के युवा नेताओं को भी इस स्थिति को समझना चाहिए। उन्होंने कहा, "आज की राजनीति की जटिलताएं आपके कारण कम और नेतृत्व के कारण अधिक हैं। अब अपने नेताओं की अनावश्यक पूजा बंद करें। या तो उन्हें हटाएं या खुद पद छोड़ें।"