परमाणु परीक्षण पर ट्रंप के बयान से बढ़ा तनाव, पुतिन ने दी चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नया तनाव
अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर परमाणु परीक्षण को लेकर हलचल बढ़ गई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयानों के बाद, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। पुतिन ने स्पष्ट किया है कि यदि अमेरिका या कोई अन्य राष्ट्र परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करता है, तो रूस अपने हितों की रक्षा के लिए 'समान कदम' उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
ट्रंप का बयान और उसके प्रभाव
ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा था कि अमेरिका को अपनी 'परमाणु शक्ति' को मजबूत करना चाहिए और 'पुराने प्रतिबंधों से मुक्त होकर नए स्तर पर पहुंचना चाहिए।' उनके इस बयान के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय में यह चर्चा तेज हो गई है कि अमेरिका फिर से परमाणु परीक्षण शुरू कर सकता है, जिससे दुनिया एक नई हथियार दौड़ की ओर बढ़ सकती है।
पुतिन की प्रतिक्रिया
पुतिन ने कहा, 'रूस शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई देश परमाणु संतुलन को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे।' उन्होंने यह भी कहा कि रूस अपने परीक्षण स्थलों को 'तैयार स्थिति' में रखेगा, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
विश्लेषकों की राय
रूसी रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान केवल राजनयिक दबाव बनाने के लिए दिया गया है, लेकिन यदि अमेरिका ने वास्तव में परीक्षण शुरू किए, तो रूस, चीन और उत्तर कोरिया भी कदम बढ़ा सकते हैं। इससे दुनिया एक बार फिर शीत युद्ध जैसी परमाणु प्रतिस्पर्धा के दौर में पहुंच सकती है।
संयुक्त राष्ट्र की अपील
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप के बयान और पुतिन की प्रतिक्रिया ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के समर्थकों की चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों से अपील की है कि वे 'संयम बरतें और वैश्विक शांति को प्राथमिकता दें।'