पाकिस्तान के आरोपों का भारत ने किया खंडन, आत्मघाती विस्फोट पर उठे सवाल
नई दिल्ली में पाकिस्तान के आरोपों का खंडन
नई दिल्ली: इस्लामाबाद में मंगलवार को हुए आत्मघाती विस्फोट के बाद, पाकिस्तान सरकार ने भारत पर हमले की साजिश का आरोप लगाया है, जिसे भारत ने 'बेसिर-पैर' करार दिया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की यह 'झूठी कथा' अपने देश के भीतर चल रहे संवैधानिक संकट और सत्ता संघर्ष से जनता का ध्यान हटाने की पुरानी रणनीति है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के इन हताश प्रयासों से भटकने वाला नहीं है.
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों का खंडन किया
भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उन बयानों को सिरे से खारिज किया है, जिनमें उन्होंने इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के पीछे भारत का हाथ बताया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, 'पाकिस्तानी नेतृत्व के ये आरोप पूरी तरह से निराधार और असत्य हैं. यह पाकिस्तान की पुरानी चाल है- भारत के खिलाफ झूठी कहानियां बनाना ताकि अपने अंदरूनी राजनीतिक संकट से ध्यान हटाया जा सके.'
इस्लामाबाद में हुआ भीषण धमाका, 12 की मौत
मंगलवार को इस्लामाबाद की एक अदालत के बाहर हुए आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 36 घायल हो गए. अधिकारियों के अनुसार, हमलावर कोर्ट परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन असफल रहने पर उसने पुलिस वाहन के पास खुद को उड़ा लिया. धमाके की जिम्मेदारी अब तक किसी संगठन ने नहीं ली है.
पाकिस्तान ने भारत पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया कि यह हमला भारत द्वारा 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है. सरकारी समाचार एजेंसी एपीपी ने शरीफ के हवाले से कहा कि भारत की 'विनाशकारी नीति' पाकिस्तान के खिलाफ जारी है. हालांकि, इन आरोपों का कोई ठोस प्रमाण पेश नहीं किया गया.
नई दिल्ली में हुए धमाके से जोड़ा जा रहा संबंध
पाकिस्तान का यह आरोप ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले ही नई दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में 12 लोगों की जान गई थी. पाकिस्तान के कुछ नेताओं ने इन दोनों घटनाओं को जोड़ने की कोशिश की, जबकि भारतीय अधिकारियों ने इसे 'राजनीतिक अवसरवाद' बताया है.
'अंतरराष्ट्रीय समुदाय गुमराह नहीं होगा'
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को 'हताशा भरे प्रयास' बताते हुए कहा कि दुनिया जानती है कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का गढ़ है. जायसवाल ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की इन मनगढ़ंत कहानियों से गुमराह नहीं होगा. सच यह है कि पाकिस्तान अपने ही आंतरिक अस्थिरता से जूझ रहा है और ध्यान भटकाने के लिए ऐसे झूठे बयान दे रहा है.'