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पाकिस्तान के हवाई हमले में अफगानिस्तान में 10 की मौत, सुरक्षा बलों ने आतंकवादी हमलों को नाकाम किया

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में हवाई हमले किए, जिसमें 10 लोग मारे गए, जबकि सुरक्षा बलों ने आत्मघाती हमलों को विफल किया। पिछले दो दिनों में 88 आतंकवादी मारे गए हैं, जिनमें टीटीपी के सदस्य शामिल हैं। यह घटनाएं खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी हमलों की बढ़ती संख्या के बीच हुई हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

पाकिस्तान के हवाई हमले का असर

अफगान अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान ने शुक्रवार की रात को अफगानिस्तान में हवाई हमले किए, जिससे कम से कम 10 लोग मारे गए। यह घटना संघर्ष विराम के उल्लंघन के रूप में देखी जा रही है, जिसने सीमा पर दो दिनों की शांति को तोड़ दिया। यह 48 घंटे का संघर्ष विराम एक हफ्ते से चल रहे खूनी संघर्षों के बाद आया था, जिसमें दोनों पक्षों के कई सैनिक और नागरिक हताहत हुए थे.


आत्मघाती हमले की कोशिश नाकाम

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक आत्मघाती हमले को विफल कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान आत्मघाती हमलावर समेत चार आतंकवादियों को मार गिराया गया। सुरक्षा बलों ने उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली क्षेत्र में एक शिविर पर हमले की कोशिश को नाकाम किया, जब एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को शिविर की दीवार से टकराने का प्रयास किया.


सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि तीन अन्य आतंकवादियों को घुसने से पहले ही मार गिराया गया और इस हमले में कोई सैनिक हताहत नहीं हुआ। सभी चार आतंकवादी मारे गए, जिसमें आत्मघाती हमलावर भी शामिल था. इसी तरह की एक घटना में, सुरक्षा बलों ने बाजौर जिले में एक विस्फोटकों से भरे वाहन को नष्ट कर एक बड़े आतंकवादी प्रयास को विफल किया.


आतंकवादियों के खिलाफ अभियान

पिछले दो दिनों में चलाए गए अभियानों में 88 आतंकवादी मारे गए हैं, जिन्हें अफगान तालिबान का समर्थन प्राप्त था। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कई अभियानों में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के 34 आतंकवादी मारे गए। ये अभियान उत्तरी वजीरिस्तान, दक्षिणी वजीरिस्तान और बन्नू जिलों में चलाए गए थे.


टीटीपी के हमलों में वृद्धि

टीटीपी द्वारा नवंबर 2022 में सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त करने के बाद से पाकिस्तान में, विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है.