पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थन में विरोध प्रदर्शन की तैयारी
रावलपिंडी में सुरक्षा बढ़ाई गई
रावलपिंडी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि अधिकारियों को संभावित विरोध प्रदर्शनों की आशंका है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने तोशाखाना 2 भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरने की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार, खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शनों की संभावना के मद्देनजर 1,300 से अधिक पुलिस अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
इमरान खान की अपील
इमरान खान ने भ्रष्टाचार के एक मामले में उन्हें और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 17 साल की सजा सुनाए जाने के बाद अपने समर्थकों से देशभर में विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। अधिकारियों के अनुसार, इस तैनाती में दो पुलिस अधीक्षक, सात पुलिस उपाधीक्षक, 29 निरीक्षक और थाना अधिकारी, 92 उच्च अधीनस्थ और 340 कांस्टेबल शामिल हैं।
पाकिस्तान में अशांति की आशंका
इसके अलावा, एलीट फोर्स कमांडो के सात सेक्शन, रैपिड इमरजेंसी एंड सिक्योरिटी ऑपरेशंस के 22 कर्मी और एंटी-रायट्स मैनेजमेंट विंग के 400 कर्मियों को भी तैनात किया गया है। 'तोशाखाना 2' भ्रष्टाचार मामले में खान और उनकी पत्नी को अदालत ने 17-17 साल की सजा सुनाई है। 73 वर्षीय खान अगस्त 2023 से जेल में हैं और अप्रैल 2022 में सत्ता से बाहर होने के बाद से उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं।
रावलपिंडी में सुरक्षा स्थिति
'तोशाखाना 2' मामले में दंपति पर 2021 में सऊदी सरकार से मिले राजकीय उपहारों के संबंध में धोखाधड़ी का आरोप है। खान ने अपने वकीलों के साथ बातचीत में कहा कि सैन्य शैली में आए मुकदमे के फैसले के बाद उन्होंने अपने समर्थकों से विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया। यह स्पष्ट नहीं है कि जेल में रहने के कारण खान के सोशल मीडिया हैंडल तक पहुंच न होने के चलते उनकी बातचीत को किसने पोस्ट किया।
खान का संदेश
खान ने कहा, "मैंने (खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री) सोहेल अफरीदी को सड़क पर आंदोलन की तैयारी करने का संदेश भेजा है। पूरे देश को अपने अधिकारों के लिए उठ खड़ा होना होगा।" उन्होंने कहा कि संघर्ष ही इबादत है और वह पाकिस्तान की सच्ची आजादी के लिए शहादत को गले लगाने के लिए भी तैयार हैं।
खान की कानूनी टीम की अपील
पूर्व प्रधानमंत्री ने अपनी कानूनी टीम से इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "पिछले तीन वर्षों के निराधार निर्णयों और सजाओं की तरह, तोशाखाना-दो का फैसला भी मेरे लिए कोई नई बात नहीं है।" खान ने आरोप लगाया कि यह फैसला बिना किसी सबूत के और कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना दिया गया है।
खान की स्थिति
उन्होंने अपनी हिरासत के लिए सेना के नेतृत्व पर भी निशाना साधा, लेकिन साथ ही कहा कि 'फौज मेरी है', जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह सेना का समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। खान ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी पत्नी को लगातार एकांत कारावास में रखा जा रहा है और मानसिक यातना दी जा रही है।
तोशाखाना का महत्व
तोशाखाना मंत्रिमंडल विभाग के तहत एक ऐसा विभाग है जो विदेशी सरकारों के प्रमुखों और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पाकिस्तान के शासकों और सरकारी अधिकारियों को दिए गए उपहारों का संग्रह करता है। उपहारों को उचित नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए वापस खरीदा जा सकता है।