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पुतिन की भारत यात्रा: व्यापार, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक सहयोग पर समझौते

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं, जहां वे व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि और सांस्कृतिक सहयोग पर समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। यह उनकी यूक्रेन संघर्ष के बाद पहली यात्रा है। यात्रा के दौरान, पुतिन राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है।
 

नई दिल्ली में पुतिन का स्वागत


नई दिल्ली: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं, जहां वे व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि, मीडिया और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। यह उनकी यूक्रेन संघर्ष के बाद पहली भारत यात्रा है। इस दौरान एक औपचारिक स्वागत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन, व्यापार मंच पर संबोधन और एक राजकीय भोज का आयोजन होगा।


यूक्रेन संघर्ष के बाद की पहली यात्रा

पुतिन की यह यात्रा फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान शुरू करने के बाद की पहली भारत यात्रा है। उनका आगमन 4 दिसंबर की शाम को होगा, जहां प्रधानमंत्री मोदी उनके सम्मान में एक निजी रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।


राजघाट पर श्रद्धांजलि

इस राजकीय यात्रा की शुरुआत राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत से होगी, जिसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा सलामी गारद दी जाएगी। पुतिन राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ औपचारिक वार्ता करेंगे। शिखर सम्मेलन के बाद महत्वपूर्ण घोषणाओं और समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।


रूसी प्रतिनिधिमंडल

पुतिन के साथ यात्रा पर सात वरिष्ठ रूसी मंत्री भी आएंगे, जिनमें रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव, वित्त मंत्री एंटोन सिलुआनोव, कृषि मंत्री ओक्साना लुट, और अन्य शामिल हैं। इसके अलावा, सेंट्रल बैंक की गवर्नर एल्विरा नबीउलीना भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगी।


उच्च-स्तरीय संवाद

रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी उरी उशाकोव ने बताया कि द्विपक्षीय राजनीतिक वार्ता नियमित और गोपनीय है। इस वर्ष दोनों नेताओं ने कई बार मुलाकात की है, जिसमें टेलीफोन पर बातचीत भी शामिल है।


दौरे का उद्देश्य

यह यात्रा 2009 के संयुक्त वक्तव्य की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है, जिसमें दोनों देशों के संबंधों को विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया था। इस शिखर सम्मेलन में सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, वित्त, परिवहन, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग की समीक्षा की जाएगी।


आर्थिक सहयोग पर चर्चा

उशाकोव ने कहा कि दोनों नेता व्यापार और आर्थिक साझेदारी पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार 2024 में 12% बढ़कर 63.6 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है। रूस ने व्यापार असंतुलन पर भारत की चिंताओं का समाधान करने के लिए तंत्र प्रस्तावित किए हैं।


व्यापार मंच पर चर्चा

मोदी और पुतिन शुक्रवार को भारत मंडपम में भारत-रूस व्यापार मंच को संबोधित करेंगे, जहां निवेश के अवसरों और प्रौद्योगिकी सहयोग पर चर्चा की जाएगी।


रक्षा सहयोग पर वार्ता

वार्ता के दौरान रक्षा सहयोग पर भी चर्चा होगी, जिसमें ब्रह्मोस के उन्नत संस्करणों के विकास की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा, हाइपरसोनिक परियोजनाओं और लंबी दूरी की मिसाइलों पर भी विचार किया जाएगा।


अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा

दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र, शंघाई सहयोग संगठन, जी-20 और ब्रिक्स में सहयोग सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।


राजकीय भोज

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 5 दिसंबर की शाम को पुतिन के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगी। पुतिन की भारत यात्रा लगभग 30 घंटे की होगी, जिसके बाद वे उसी रात रवाना होने की उम्मीद है।