प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा में बयान: पहलगाम हमले को बताया आतंकवादी साजिश
प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा में भाषण
प्रधानमंत्री मोदी का भाषण: मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने की एक सोची-समझी कोशिश थी, यह देश में दंगे फैलाने की एक साज़िश थी।' उन्होंने यह भी कहा कि वह 'भारत का पक्ष रखने और उन लोगों को आईना दिखाने के लिए' खड़े हुए हैं जो भारत का पक्ष नहीं देखते। मोदी ने स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा।
हमने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया
हमने पाकिस्तान के सीने में इतना दर्द दिया कि कई हवाई अड्डे अभी भी आईसीयू में हैं - प्रधानमंत्री मोदी
पहलगाम हमले को जघन्य बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह देश में दंगे फैलाने की एक आतंकी साज़िश थी। निर्दोष नागरिकों को उनका धर्म पूछकर मारा गया। देशवासियों ने इस साज़िश को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को विदेश में होने के बाद, उन्होंने एक बैठक बुलाई और आतंक के आकाओं को करारा जवाब देने का आदेश दिया। हमने आतंकवादियों और उनके आकाओं को सजा देने का संकल्प लिया। हमें सेना की क्षमता पर पूरा भरोसा था। हमने सेना को खुली छूट दे रखी थी। आतंकवादियों के आकाओं को भी अंदाज़ा हो गया था कि भारत कार्रवाई करेगा।
भारत ने पाकिस्तान की धमकियों को नकारा
किसी भी विश्व नेता ने भारत से ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा - प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 10 मई को सीजफायर का निर्णय लिया गया था। इस पर कई बातें कही गईं। यह वही प्रोपेगैंडा है जो पाकिस्तान ने फैलाया था। कुछ लोग सेना पर भरोसा करने के बजाय इसे बढ़ावा देते रहे। जब सर्जिकल स्ट्राइक शुरू हुई, तो कुछ टारगेट तय किए गए थे। यह एक रात में हासिल किया गया। जब बालाकोट में एयरस्ट्राइक हुई, तब भी हमारा टारगेट तय था। ऑपरेशन सिंदूर में भी हमारा टारगेट तय था, हमने आतंकियों की नाभि पर हमला किया। पहलगाम में आतंकियों की भर्ती, ट्रेनिंग और फाइनेंसिंग होती थी। उस जगह पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमने आतंकियों की नाभि पर सटीक हमला किया। हमारी सेना ने 100 फीसदी टारगेट हासिल करके देश की ताकत का परिचय दिया।
पाकिस्तान के डीजीएमओ का बयान
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फ़ोन करके कहा कि हमारे पास और हमले सहने की ताकत नहीं है। इसके बाद युद्धविराम हुआ। पहले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि हमारी कार्रवाई नॉन-एस्केलेटरी है। दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा। 9 तारीख़ की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझसे बात करने की कोशिश की। उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। मैंने कहा था कि हम गोलियों का जवाब गोले से देंगे।