प्रधानमंत्री मोदी की स्वदेशी अपनाने की अपील, विदेशी सामान पर रोक लगाने का संदेश
प्रधानमंत्री की अपील का महत्व
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से दिए गए अपने भाषण में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशवासियों से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की है। अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ बढ़ाने के निर्णय के बीच, यह अपील विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों से विदेशी सामान का उपयोग न करने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री ने न केवल उपभोक्ताओं से, बल्कि व्यापारियों से भी आग्रह किया है कि वे विदेशी उत्पादों की बिक्री बंद करें।
नई परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को दिल्ली के रोहिणी में देश के पहले आठ लेन वाले एलिवेटेड हाईवे, द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के सिद्धांतों को अपनाने की बात की। मोदी ने कहा, 'भारतीय नागरिकों को भारत में निर्मित सामान ही खरीदना चाहिए। दिवाली पर भी वही सामान खरीदें, जो हमारे देश में निर्मित है। व्यापारी भी विदेशी उत्पादों को छोड़कर स्थानीय सामान की बिक्री करें।'
टैरिफ विवाद का संदर्भ
प्रधानमंत्री के इस बयान का समय बहुत महत्वपूर्ण है। हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बढ़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 27 अगस्त से लागू होगा। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह संदेश और भी अधिक प्रासंगिक हो जाता है।
व्यापारियों के लिए संदेश
अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापारियों से कहा कि वे विदेशी सामान की बिक्री बंद करें और गर्व से 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा दें। उन्होंने बताया कि पहले व्यापारी अधिक लाभ के लिए विदेशी सामान लाते थे, लेकिन अब समय आ गया है कि वे स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही, उन्होंने जीएसटी में सुधार की बात करते हुए कहा, 'जीएसटी में अगली पीढ़ी का सुधार होने जा रहा है। दिवाली पर डबल बोनस मिलने वाला है। इसका पूरा प्रारूप राज्यों को भेज दिया गया है, जिससे सभी को लाभ होगा।'