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प्रधानमंत्री मोदी ने SHANTI बिल को बताया भारत के तकनीकी भविष्य का मील का पत्थर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SHANTI बिल के पारित होने को भारत के तकनीकी और औद्योगिक भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने इस कानून के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सुरक्षित उपयोग और ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की बात की। मोदी ने कहा कि यह बिल निजी क्षेत्र में निवेश के नए अवसर खोलेगा और युवाओं के लिए नवाचार और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। सरकार का मानना है कि SHANTI बिल से भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और यह तकनीकी इकोसिस्टम को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
 

SHANTI बिल का महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के दोनों सदनों से SHANTI बिल के पारित होने को भारत के तकनीकी और औद्योगिक भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी कदम बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया कि यह कानून देश की तकनीकी व्यवस्था को नई दिशा प्रदान करेगा और भारत को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाएगा।



प्रधानमंत्री ने SHANTI बिल का समर्थन करने वाले सभी सांसदों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कानून सुरक्षित तरीके से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग को बढ़ावा देगा और ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को नई गति प्रदान करेगा। उनके अनुसार, यह कानून न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए स्वच्छ ऊर्जा आधारित भविष्य की नींव को मजबूत करेगा।


उन्होंने कहा कि SHANTI बिल से निजी क्षेत्र में निवेश के नए अवसर उत्पन्न होंगे और युवाओं को नवाचार और रोजगार के कई अवसर मिलेंगे। पीएम मोदी ने इसे भारत में निवेश, नवाचार और निर्माण के लिए "सही समय" बताया। उन्होंने विश्वास जताया कि यह कानून भारत को तकनीकी और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


सरकार का कहना है कि SHANTI बिल के माध्यम से आधुनिक तकनीकों के सुरक्षित उपयोग के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है। इससे उद्योगों को स्वच्छ ऊर्जा अपनाने में सहायता मिलेगी और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकेंगे।


SHANTI बिल भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और स्टार्टअप्स, तकनीकी कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के लिए नई संभावनाएं खोलेगा। सरकार को उम्मीद है कि इस कानून के लागू होने से भारत का तकनीकी इकोसिस्टम और अधिक प्रतिस्पर्धी, सुरक्षित और टिकाऊ बनेगा।