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प्रशांत किशोर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, तेजस्वी यादव के गढ़ में शुरू किया चुनावी अभियान

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर में चुनावी अभियान की शुरुआत के 24 घंटे के भीतर उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए उन्हें 'अमेठी जैसी हार' देने का दावा किया। क्या वह खुद चुनाव लड़ेंगे? जानें इस राजनीतिक हलचल के बारे में।
 

प्रशांत किशोर की चुनावी शुरुआत पर कानूनी कार्रवाई

वैशाली: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) को कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत के 24 घंटे के भीतर ही उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि प्रशांत किशोर शनिवार को सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ राघोपुर पहुंचे, जिसके चलते वैशाली जिले के राघोपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।


सूत्रों के अनुसार, राघोपुर के अंचलाधिकारी (CO) के आवेदन पर यह मामला दर्ज किया गया। प्रशांत किशोर ने शनिवार को तेजस्वी यादव के पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की थी। इस दौरान उनके स्वागत में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ और सैकड़ों गाड़ियों का काफिला मौजूद था। प्रशासन ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की है।


शनिवार को राघोपुर में प्रशांत किशोर ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि वह तेजस्वी को उनके ही क्षेत्र में 'अमेठी जैसी हार' देंगे। समर्थकों के जोरदार स्वागत के बीच पीके ने कहा, 'आपका विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुका है। क्या कभी उसने आपकी समस्याएं सुनीं?' उन्होंने यह भी कहा कि सुनने में आ रहा है कि तेजस्वी यादव इस बार डर के कारण दो सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन राघोपुर में उनका हश्र 2019 में राहुल गांधी जैसा होगा।


हालांकि, जब प्रशांत किशोर से पूछा गया कि क्या वह खुद राघोपुर से तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'जनसुराज पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक रविवार को होगी। राघोपुर से मिले फीडबैक के आधार पर सबसे उपयुक्त उम्मीदवार तय किया जाएगा। यह कहना अभी संभव नहीं कि वह मैं होऊंगा या कोई और।' अब चुनावी आगाज के साथ ही केस दर्ज होने से बिहार की सियासत और गरमा गई है।