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फैसल पटेल ने कांग्रेस को बताया दिशाहीन, पीएम मोदी की की तारीफ

फैसल पटेल, दिवंगत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल के बेटे, ने कांग्रेस पार्टी को दिशाहीन बताया और पीएम मोदी की प्रशंसा की। उनके बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भविष्य में पार्टी बदल सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस के आंतरिक मुद्दों और नेताओं की सलाह पर भी सवाल उठाए। जानें उनके विचार और राजनीतिक स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
 

फैसल पटेल का कांग्रेस पर हमला

नई दिल्ली। दिवंगत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल के पुत्र फैसल पटेल ने कांग्रेस पार्टी को दिशाहीन करार दिया है और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की है। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दिया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे भविष्य में पार्टी बदल सकते हैं।

फैसल पटेल ने कहा, 'हमारा देश हमारे सुरक्षाबलों की वजह से सुरक्षित है। वर्तमान में जो नेता देश चला रहे हैं, जैसे पीएम नरेंद्र मोदी, डॉ. एस जयशंकर, अमित शाह, राजनाथ सिंह और सुधांशु त्रिवेदी, वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं। महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याएं हैं, लेकिन ये लोग अच्छा काम कर रहे हैं।'

कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अपनी ही दुनिया में है और दिशाहीन है, जो भाजपा की इच्छा है। भाजपा अन्य राजनीतिक दलों को समाप्त कर अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहती है। हालांकि, मैं कांग्रेस से नाराज नहीं हूं। पूरी कांग्रेस पार्टी मेरा परिवार है और मेरे कई वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध हैं। मैं अभी भी कांग्रेस में हूं और मैंने पार्टी नहीं छोड़ी है, बस कुछ समय के लिए सार्वजनिक जीवन से दूर हूं।'

राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी एक मेहनती नेता हैं। कांग्रेस में शशि थरूर, डीके शिवकुमार, रेवंत रेड्डी, दीपेंद्र हुड्डा और सचिन पायलट जैसे प्रतिभाशाली नेता हैं। पार्टी में कुछ आंतरिक समस्याएं हैं और मुझे लगता है कि वरिष्ठ नेताओं को सही सलाह नहीं दी जाती। उनके सलाहकार प्रभावी नहीं हैं।'

ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में केंद्र सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, 'सशस्त्र बलों ने उत्कृष्ट कार्य किया और पीएम मोदी ने शानदार नेतृत्व दिखाया, जिससे हमें एक बड़े संकट से बाहर निकाला गया। मुझे अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। जयशंकर के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। पीएम मोदी जिस तरह से नौकरशाहों को चुनते हैं और उन्हें नेतृत्व में लाते हैं, वह प्रशंसनीय है।'