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बजट सत्र में विवादों की शुरुआत, विपक्षी सांसदों पर कार्रवाई की तैयारी

संसद के आगामी बजट सत्र में विवादों की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें विपक्षी सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस प्रस्तुत किया गया है। स्पीकर ओम बिड़ला को इस मामले में निर्णय लेना है, जो संसद के अगले सत्र में विपक्ष के रुख को प्रभावित कर सकता है। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सांसदों पर अनुचित आचरण के आरोप हैं। भाजपा के निशिकांत दुबे ने भी कांग्रेस के आठ सांसदों के खिलाफ शिकायत की है। जानें इस मामले का राजनीतिक प्रभाव क्या हो सकता है।
 

संसद में विवादों का नया दौर

संसद के आगामी बजट सत्र में विवादों की शुरुआत हो चुकी है। शीतकालीन सत्र के समापन के साथ ही स्पीकर ओम बिड़ला के समक्ष आठ विपक्षी सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस प्रस्तुत किया गया है। इसके अलावा, दो सांसदों के खिलाफ अनुचित आचरण की शिकायत भी दर्ज की गई है। स्पीकर का निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि संसद के अगले सत्र में विपक्ष का व्यवहार कैसा रहेगा। कांग्रेस की रेणुका चौधरी और तृणमूल कांग्रेस के कीर्ति आजाद के खिलाफ शिकायतें आई हैं। आजाद पर सदन में ई-सिगरेट पीने का आरोप है, जबकि रेणुका चौधरी के संसद परिसर में कुत्ता लाने का मामला उठाया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि स्पीकर इस पर क्या कार्रवाई करते हैं या केवल चेतावनी देकर छोड़ देते हैं।


भाजपा सांसदों की शिकायतें

भाजपा के निशिकांत दुबे ने आठ कांग्रेस सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। ये सांसद मुख्यतः दक्षिण भारत के राज्यों से हैं, जिनमें हिबी ईडन, डीन कुरियाकोस, एस मुरासोली, के गोपीनाथ, शशिकांत सेंथिल, शफी परम्बिल, एस वेंकटेशन और जोतिमणि शामिल हैं। दुबे ने आरोप लगाया है कि जी राम जी बिल पर चर्चा के दौरान इन सांसदों ने सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई। उन्होंने बिल की कॉपी फाड़ी और वेल में प्रदर्शन किया। यह ध्यान देने योग्य है कि अगले साल अप्रैल में तमिलनाडु और केरल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिससे इन सांसदों पर होने वाले फैसले का राजनीतिक प्रभाव भी पड़ेगा।