बांग्लादेश ने भारत से उच्चायुक्त को वापस बुलाया, राजनीतिक तनाव बढ़ा
रियाज हामिदुल्लाह का ढाका पहुंचना
सोमवार की रात, बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हामिदुल्लाह ने ढाका में कदम रखा। बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता का प्रभाव भारत-बांग्लादेश संबंधों पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। 1971 में बांग्लादेश की स्थापना के बाद से, दोनों देशों के बीच संबंध कभी इतने तनावपूर्ण नहीं रहे। वर्तमान में, बांग्लादेश में हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि भारत में बांग्लादेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
हिंदू युवकों की हत्या और आगजनी की घटनाएं
हाल के दिनों में, बांग्लादेश में दो हिंदू युवकों की हत्या की गई है, जिससे वहां के हिंदू समुदाय में भय का माहौल है। इसके अलावा, पिरोजपुर जिले में हिंदू परिवारों के पांच घरों में आग लगा दी गई। आगजनी से पहले, उपद्रवियों ने दरवाजे बंद कर दिए थे, जिससे अंदर फंसे आठ लोगों को जान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में तनाव के कारण
हाल के समय में, भारत और बांग्लादेश के बीच कई मुद्दों पर मतभेद उभरकर सामने आए हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर किसी विशेष कारण का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन इसे दोनों देशों के बीच संवाद की आवश्यकता के रूप में देखा जा रहा है। भारत और बांग्लादेश के संबंध दक्षिण एशिया की राजनीति और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
उच्चायुक्त का अचानक तलब किया जाना यह दर्शाता है कि कूटनीतिक स्तर पर गंभीर विचार-विमर्श चल रहा है। इसके अलावा, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में राजनीतिक शरण में हैं, जो संबंधों में तनाव का एक और कारण हो सकता है।