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बांग्लादेश में बढ़ती अशांति पर अमेरिका की चेतावनी और भारत की प्रतिक्रिया

दक्षिण एशिया में बांग्लादेश से उठती अशांति ने अमेरिका को चेतावनी जारी करने पर मजबूर कर दिया है। भारत ने भी सुरक्षा कारणों से अपने दूतावास की वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं। बीएनपी की आगामी जनसभा के चलते कानून व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और भारत-बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव के बारे में।
 

दक्षिण एशिया में बढ़ती कट्टरता

जब पड़ोस में समस्याएं उत्पन्न होती हैं, तो उनका प्रभाव सबसे पहले सीमाओं पर महसूस किया जाता है। वर्तमान में, दक्षिण एशिया में बांग्लादेश से उठती हुई अशांति का असर भारत पर भी पड़ रहा है। भारत अब केवल एक देश नहीं, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता का केंद्र बन चुका है। जब इस केंद्र के चारों ओर कट्टरता, नफरत और हिंसा का माहौल बनता है, तो वैश्विक समुदाय सतर्क हो जाता है। इसी कारण अमेरिका ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है, जिसने बांग्लादेश के साथ-साथ अन्य देशों को भी चिंतित कर दिया है।


अमेरिका की एडवाइजरी

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका ने बांग्लादेश के संदर्भ में एक गंभीर एडवाइजरी जारी की है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार कट्टरपंथी ताकतों को नियंत्रित करने में असफल रही है। भारत विरोधी गतिविधियों, अल्पसंख्यकों पर हमलों और सड़कों पर बढ़ती हिंसा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंतित कर दिया है। इस संदर्भ में अमेरिका की चेतावनी को गंभीर संकेत माना जा रहा है।


बीएनपी की जनसभा और सुरक्षा चिंताएं

अमेरिकी दूतावास ने बताया कि 25 दिसंबर को बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) एक बड़ी जनसभा आयोजित करने जा रही है। यह जनसभा हजरत शाह जलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर गुलशन तक सुबह 11:00 बजे से शुरू होगी। इस प्रदर्शन में बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान की वापसी को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। अमेरिकी दूतावास ने चेतावनी दी है कि इतनी बड़ी भीड़ के कारण कानून व्यवस्था में बाधा आ सकती है और किसी अप्रिय घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।


भारत की सख्त कार्रवाई

इस घटनाक्रम के बीच, भारत ने भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने बांग्लादेश में अपने दूतावास की वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं, जो सुरक्षा कारणों से जुड़ा एक निर्णय है। भारत ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया और बांग्लादेशी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या की गहन जांच की मांग की। यह कदम तब उठाया गया जब भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय में तलब किया गया।


बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन

वर्मा को बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर हाल ही में हुई घटनाओं के विरोध में तलब किया गया था। बांग्लादेश में हादी की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। विदेश मंत्रालय में हामिदुल्लाह को बताया गया कि बांग्लादेश को हादी की हत्या की उचित जांच करनी चाहिए।