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बिहार की राजनीति में तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव का विवाद गहराया

बिहार की राजनीति में तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के रिश्ते को लेकर विवाद ने नया मोड़ लिया है। RLJP ने अनुष्का के भाई आकाश यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब आकाश ने अपनी बहन और तेज प्रताप का समर्थन किया। तेज प्रताप ने फेसबुक पर अपने रिश्ते का दावा किया था, जिससे राजनीतिक हलचल मच गई। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे की वजहें।
 

तेज प्रताप और अनुष्का यादव के रिश्ते पर विवाद

बिहार की राजनीतिक स्थिति में तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के बीच चल रहा विवाद अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) ने अनुष्का के भाई आकाश यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस द्वारा लिया गया है। आकाश यादव लगातार अपनी बहन और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेज प्रताप यादव के समर्थन में बयान दे रहे थे, जिसके चलते पार्टी ने यह कठोर कदम उठाया।


विवाद की शुरुआत

यह विवाद तब शुरू हुआ जब तेज प्रताप यादव ने अपनी फेसबुक पोस्ट में अनुष्का यादव के साथ 12 साल पुराने रिश्ते का जिक्र किया। उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और लंबे समय से एक रिश्ते में हैं। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई, खासकर यह देखते हुए कि तेज प्रताप की शादी 2018 में ऐश्वर्या राय से हुई थी, जो पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती हैं। यह शादी कुछ महीनों में ही टूट गई और तलाक का मामला अभी भी अदालत में लंबित है।


तेज प्रताप का स्पष्टीकरण

तेज प्रताप की इस पोस्ट ने न केवल उनकी व्यक्तिगत जिंदगी पर सवाल उठाए, बल्कि RJD और उनके परिवार की छवि को भी प्रभावित किया। विवाद बढ़ने पर तेज प्रताप ने कहा कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया था और तस्वीरों को गलत तरीके से संपादित किया गया है, जिससे उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश की गई। हालांकि, इस दावे के समर्थन में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई।


आकाश यादव का समर्थन और RLJP का निर्णय

इस विवाद में अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव ने अपनी बहन और तेज प्रताप का समर्थन करते हुए कई बयान दिए। उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्तिगत मामला है और दोनों वयस्क हैं, इसलिए उन्हें अपने निर्णय लेने का अधिकार है। आकाश ने यह भी कहा कि वह अपनी बहन के फैसले के साथ खड़े हैं और एक बड़े भाई के रूप में अपना कर्तव्य निभाएंगे। हालांकि, RLJP ने आकाश के बयानों को पार्टी के हितों के खिलाफ मानते हुए उन्हें छह साल के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया। पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि आकाश का व्यवहार और बयानबाजी RLJP की छवि के लिए हानिकारक थी।