×

बिहार के जवान अंकित यादव आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, गांव में छाया मातम

बिहार के भागलपुर जिले के जवान अंकित यादव की जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहादत ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ाई है। बाढ़ के बीच उनके पार्थिव शरीर का गांव पहुंचना और परिवार का दुखद इतिहास इस घटना को और भी गमगीन बनाता है। जानें अंकित की शहादत और उनके परिवार के बारे में।
 

शहीद जवान की कहानी

बिहार के भागलपुर जिले के रंगरा प्रखंड से ताल्लुक रखने वाले जवान अंकित यादव की शहादत ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। वह जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। मंगलवार रात उरी सेक्टर में अचानक गोलीबारी शुरू हुई, जिसमें अंकित गंभीर रूप से घायल हो गए। भारतीय सेना के अन्य जवानों ने उन्हें तुरंत देवी पोस्ट अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, दो से ढाई घंटे के इलाज के बाद, बुधवार सुबह 6:15 बजे अंकित ने अस्पताल में अंतिम सांस ली।


गांव में बाढ़ के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है। कोसी नदी के कहर से पूरा गांव जलमग्न हो गया है, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलने में असमर्थ हैं। इसी बाढ़ के बीच, शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी गई। गांव में बाढ़ के कारण पहले से ही मायूसी का माहौल था, लेकिन शहीद के आने से गमगीनता और बढ़ गई।


अंकित यादव अपने पीछे पत्नी रूबी देवी, चार साल के बेटे कीनू बाबू और दो साल की बेटी को छोड़ गए हैं। उनके परिवार में देश सेवा का एक लंबा इतिहास रहा है। उनके पिता लक्ष्मी यादव और बड़े भाई निरंजन यादव, मिथिलेश यादव (आरपीएफ) और मुकेश यादव (सेना से रिटायर्ड) भी देश की सेवा कर चुके हैं।