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बिहार चुनाव 2025: तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना

बिहार में चुनावी माहौल के बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला रोजगार योजना पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे चुनावी स्टंट करार दिया और कहा कि यह योजना महिलाओं को सशक्त करने के बजाय चुनावी लाभ के लिए है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव खत्म होने के बाद सरकार महिलाओं से इस राशि की वसूली करेगी। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और तेजस्वी यादव के अन्य आरोप।
 

बिहार में चुनावी हलचल

Bihar Elections 2025: बिहार में चुनावी माहौल के चलते राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला रोजगार योजना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महिलाओं को 10,000 रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन चुनाव समाप्त होने के बाद ये लोग महिलाओं से इस राशि की वसूली करेंगे।


योजना का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इस योजना का उद्घाटन करते हुए राज्य की 75 महिलाओं के खातों में 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इस अवसर पर सरकार ने दावा किया कि यह योजना बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


तेजस्वी यादव का आरोप

तेजस्वी यादव ने लगाया आरोप 

हालांकि, तेजस्वी यादव ने इसे चुनावी स्टंट बताया। पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, 'बिहार की महिलाएं समझदारी में सबसे आगे हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नकल में सबसे आगे हैं। महागठबंधन की माई-बहिन योजना के दबाव में एनडीए सरकार ने महिला रोजगार योजना की घोषणा की है।' तेजस्वी ने यह भी कहा कि यह योजना केवल चुनावी दिखावा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए जो योजना महागठबंधन ने बनाई थी, उसकी नकल कर एनडीए सरकार ने इसे पेश किया है। आरजेडी नेता ने आगे कहा कि असली उद्देश्य महिलाओं को सशक्त करना नहीं, बल्कि चुनावी लाभ उठाना है।


नीतीश सरकार की नीयत पर सवाल

नीतीश सरकार की नीयत पर सवाल

तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'आज जो लोग 10,000 रुपये दे रहे हैं, वही चुनाव खत्म होने के बाद महिलाओं से इसकी वसूली करेंगे। यह योजना जनता को भ्रमित करने और वोट बटोरने के लिए है।' आरजेडी नेता ने यह भी कहा कि महागठबंधन की माई-बहिन योजना पूरी तरह से महिलाओं के कल्याण और आत्मनिर्भरता पर केंद्रित है, जबकि एनडीए की योजना केवल चुनावी दबाव का नतीजा है। उन्होंने दावा किया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो महिलाओं के लिए बेहतर योजनाएं लागू की जाएंगी.