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बिहार चुनाव: मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कौन होगा आगे?

बिहार में चुनाव की घोषणा से पहले राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। एनडीए और 'इंडिया' ब्लॉक के बीच मुख्य मुकाबला है, जबकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी अपनी जगह बना रही है। मुख्यमंत्री पद के लिए सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव जैसे दावेदारों की चर्चा हो रही है। जानें कौन बन सकता है बिहार का अगला मुख्यमंत्री और क्या हैं उनकी संभावनाएँ।
 

बिहार में चुनावी हलचल

बिहार में चुनाव की घोषणा से पहले राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। यहाँ दो प्रमुख गठबंधन और एक नई पार्टी के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिल रहा है। मुख्य प्रतिस्पर्धा एनडीए और 'इंडिया' ब्लॉक के बीच है, जबकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी तेजी से अपनी पहचान बना रही है। इन तीनों में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर विवाद चल रहा है। कोई भी पार्टी या गठबंधन यह स्पष्ट नहीं कर रहा है कि यदि वे सत्ता में आए तो मुख्यमंत्री कौन होगा। आमतौर पर नीतीश कुमार के साथ रहने वाले दलों में यह तय रहता है कि वे मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन इस बार स्थिति भिन्न है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही कह दिया था कि चुनाव के बाद विधायक इस पर निर्णय लेंगे। इस बयान के बाद से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा अपने मुख्यमंत्री को चुनने की योजना बना रही है।


भाजपा का संभावित मुख्यमंत्री

अब सवाल यह है कि भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा? वर्तमान में सम्राट चौधरी सबसे प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। वे सरकार में दूसरे नंबर पर हैं और जातीय समीकरण के कारण उन्हें नीतीश का स्वाभाविक विकल्प माना जा रहा है। हर सरकारी कार्यक्रम में उनकी तस्वीर मुख्यमंत्री के साथ होती है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, राज्यों के सरकारी विज्ञापनों में केवल मुख्यमंत्री की तस्वीर होनी चाहिए। इसलिए सम्राट चौधरी को दावेदार माना जा रहा है। हालांकि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की दावेदारी भी चर्चा में है, और किसी अनजान दावेदार की भी बातें चल रही हैं। यदि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनते हैं, तो सम्राट उनके उपमुख्यमंत्री होंगे, जबकि एक सवर्ण उपमुख्यमंत्री की भी आवश्यकता होगी।


इंडिया ब्लॉक में तेजस्वी यादव

दूसरी ओर, 'इंडिया' ब्लॉक में तेजस्वी यादव के नाम पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक उनके नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। राजद ने उनका नाम घोषित कर दिया है, लेकिन कांग्रेस सीटों पर मोलभाव कर रही है। फिर भी, यह माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे। यहाँ असली खींचतान उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर है। विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी पहले ही अपने को उपमुख्यमंत्री घोषित कर चुके हैं। उन्होंने कई बार कहा है कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे और वे उपमुख्यमंत्री होंगे।


कांग्रेस की दावेदारी

इस बीच, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की अलग दावेदारी भी सामने आई है। वे दलित समुदाय से हैं और कांग्रेस के नेता मानते हैं कि उनकी पार्टी मुकेश सहनी की पार्टी से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अधिक सीटें जीतेगी। इसलिए, डिप्टी सीएम की दावेदारी उनकी है। ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस के पास अभी भी 19 विधायक हैं, जबकि मुकेश सहनी का कोई विधायक नहीं है। इन दोनों गठबंधनों के अलावा, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी चुनावी मैदान में है। पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, लेकिन हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने संकेत दिया है कि यदि उनकी पार्टी जीतती है, तो वे मुख्यमंत्री बनने पर विचार कर सकते हैं।