बिहार चुनाव में NDA के भीतर सीट बंटवारे को लेकर उठे विवाद
NDA में सीट बंटवारे का विवाद
नई दिल्ली। बिहार में आगामी चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में हलचल मची हुई है। जीतनराम मांझी 15 से अधिक सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं। उन्होंने अपने X अकाउंट पर रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता के माध्यम से यह मांग रखी है।
उन्होंने लिखा कि 'हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे'। यह कविता मूल रूप से 5 ग्राम के संदर्भ में है, लेकिन मांझी ने इसे 15 में बदल दिया है। मांझी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त सीटें चाहिए, न कि मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनने की इच्छा है।
चिराग पासवान ने सीट बंटवारे पर कहा कि बातचीत जारी है और जैसे ही कोई निर्णय होगा, वह साझा करेंगे। इस बीच, चिराग का एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान को याद किया। उन्होंने कहा कि पापा हमेशा कहा करते थे, 'जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो। कदम-कदम पर लड़ना सीखो।'
चिराग का चुनावी संकल्प
चिराग पासवान ने कहा कि आगामी चुनाव हर बिहारी के सपनों को साकार करने का अवसर है। वह अपने पिता द्वारा स्थापित लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कारवां को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
NDA में सीट बंटवारे की स्थिति
NDA में सीट बंटवारे का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। भाजपा और जदयू दोनों 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। चिराग पासवान की पार्टी को 28 सीटें, जीतन राम मांझी को 15 और उपेंद्र कुशवाह की पार्टी को लगभग 5 सीटें देने की योजना है।
चिराग की मांगें
चिराग पासवान 35 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि भाजपा 20 सीटें देने को तैयार है। चिराग ने वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, और जमुई में 2-2 सीटों की मांग की है। भाजपा के वरिष्ठ नेता चिराग को मनाने के लिए उनसे मिल रहे हैं।