×

बिहार चुनाव में खेसारी लाल यादव का एनडीए पर हमला

बिहार विधानसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में है, जहां खेसारी लाल यादव ने एनडीए पर तीखा हमला किया है। उन्होंने राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता पर जोर दिया। खेसारी ने दिनेश लाल यादव के बयानों का भी जवाब दिया और जंगलराज और मंगलराज के मुद्दे पर अपनी राय रखी। जानें इस चुनावी माहौल में खेसारी का क्या कहना है और उन्होंने किस तरह से अपने विचार व्यक्त किए हैं।
 

बिहार विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। आज शाम से चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। इससे पहले, आरजेडी के प्रमुख नेता खेसारी लाल यादव ने अपने पूर्व बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए एनडीए पर तीखा हमला किया है।


राम मंदिर पर खेसारी का बयान

खेसारी लाल यादव ने राम मंदिर पर अपने बयान का अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण आवश्यक है, लेकिन क्या अस्पतालों का निर्माण भी जरूरी नहीं है? उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता नहीं है?


खेसारी का रोजगार पर जोर

छपरा विधानसभा सीट से राजद के उम्मीदवार खेसारी ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि अगर आप राम मंदिर के लिए वोट मांगते हैं, तो क्या हमें रोजगार के लिए किसी और को वोट देना चाहिए? उन्होंने कहा कि दुनिया के हर कोने में मंदिर बनाना ठीक है, लेकिन क्या केवल मंदिरों से भारत के बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा? उन्होंने कहा कि अगर केवल मंदिरों से ही बच्चों का भविष्य बनता है, तो बिहार में 200 मंदिर बना दो। इससे मुझे कोई परेशानी नहीं होगी। भगवान तो दिल और श्रद्धा में होते हैं, मंदिर में केवल मूर्तियां होती हैं।


दिनेश लाल यादव पर खेसारी का पलटवार

खेसारी ने पूर्व सांसद और भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के बयानों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि दिनेश कहते हैं कि मैं यादव कुल का नहीं हूं। तो मैं उनसे पूछता हूं कि क्या आपको 10 साल पहले ही सनातन का ध्यान आया? इससे पहले आप सिनेमा में मुसलमानों का किरदार निभा रहे थे। विकास के नाम पर ये केवल मंदिर और मस्जिद की बातें करते हैं। उन्होंने पवन सिंह के आरोपों को भी नजरअंदाज करने की सलाह दी और लोगों से केवल सरकार के कार्यों पर चर्चा करने की अपील की।


जंगलराज और मंगलराज पर खेसारी की टिप्पणी

खेसारी लाल यादव ने कहा कि जिस जंगलराज की बात की जाती है, वह 20 साल पहले की बात है। लेकिन 20 साल पहले जन्मे बच्चों के दिमाग में भी जंगलराज का डर बैठा दिया गया है। उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अभी जंगलराज नहीं है, तो फिर व्यापारियों को क्यों नहीं बुलाया जा रहा है? यह केवल चुनावी रणनीति है। उन्होंने सवाल किया कि आप जिसे मंगलराज कहते हैं, उसमें क्या बदलाव आया है?