बिहार चुनाव में पीएम मोदी का जोरदार प्रचार: क्या एनडीए फिर से जीत पाएगा?
प्रधानमंत्री का चुनावी समापन
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी चंपारण के चनपटिया में एक भव्य रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने अपने चुनाव प्रचार का समापन किया। रैली में भारी भीड़ जुटी और पीएम मोदी का स्वागत जोरदार रहा। उन्होंने रैली के अंत में कहा कि 14 नवंबर को एनडीए की जीत के बाद वह फिर से बिहार आएंगे। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपने भाषण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया।
महिलाओं पर विशेष ध्यान
अपने अंतिम भाषण में, प्रधानमंत्री ने महिलाओं को केंद्र में रखते हुए एनडीए सरकार की योजनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सम्मान और सशक्तिकरण प्रदान करना है। पीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 1.40 करोड़ जीविका दीदियों को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। पंचायतों में महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण और संसद में 33 फीसदी आरक्षण का निर्णय भी एनडीए सरकार की पहल है।
विपक्ष पर तीखे हमले
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता बिहार की परंपराओं और छठ महापर्व का अपमान करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को वोट के माध्यम से जवाब देना आवश्यक है। पीएम मोदी ने यह भी दावा किया कि पहले चरण में 65.08 फीसदी मतदान एनडीए की मजबूत वापसी का संकेत है।
चुनाव प्रचार का समापन
बिहार में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, रविवार शाम तक प्रचार पूरी तरह से बंद हो जाएगा। इस चरण में 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, जिनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई जैसे बड़े जिलों की सीटें शामिल हैं।
चुनाव का माहौल
मोदी की रैली और उनके तीखे भाषणों ने एनडीए की रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। एनडीए महिलाओं, गरीब परिवारों और विकास योजनाओं को चुनावी चर्चा का केंद्र बना रहा है, जबकि विपक्ष बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और महंगाई को मुद्दा बना रहा है। अब बिहार की जनता की अंतिम राय 11 नवंबर को सामने आएगी।