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बिहार में चुनाव आयोग से मुलाकात: विपक्षी दलों का विरोध मार्च

बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चल रहे विवाद के बीच, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में चुनाव आयुक्त के साथ चर्चा होगी, जबकि विपक्षी दल संसद परिसर से चुनाव आयोग तक एक विरोध मार्च भी निकालेंगे। राहुल गांधी इस मार्च का नेतृत्व करेंगे, जिसमें मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावी धांधली के आरोप लगाए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है ताकि किसी भी अव्यवस्था को रोका जा सके।
 

चुनाव आयोग का निमंत्रण

चुनाव आयोग की बैठक: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चल रहे विवाद के बीच, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता आज चुनाव आयोग से मिलने जा रहे हैं। इस बैठक में चुनाव आयुक्त के साथ चर्चा की जाएगी। आयोग ने कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और अन्य नेताओं को दोपहर 12 बजे बुलाया है, लेकिन बैठक का औपचारिक एजेंडा अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है। आयोग ने यह भी बताया है कि बैठक में अधिकतम 30 नेताओं को शामिल होने की अनुमति होगी।


विपक्ष का विरोध मार्च

विपक्षी दल आज SIR मुद्दे पर संसद परिसर से भारतीय चुनाव आयोग तक एक विरोध मार्च भी निकालेंगे। यह मार्च दोपहर 11:30 बजे संसद भवन परिसर से शुरू होकर आयोग के कार्यालय तक जाएगा।


चुनाव आयोग का निमंत्रण

निर्वाचन आयोग ने 10 अगस्त 2025 को विपक्ष द्वारा भेजे गए पत्र का हवाला देते हुए चर्चा के लिए समय निर्धारित किया है। आयोग ने पत्र में कहा है कि स्थान की कमी के कारण नेताओं की संख्या 30 तक सीमित रखी जाए और उनके नाम व वाहन नंबर ई-मेल के माध्यम से भेजे जाएं। यह बैठक निर्वाचन सदन के सुकुमार हॉल में आयोजित होगी।


विपक्ष का आरोप और मार्च का नेतृत्व

‘इंडिया’ ब्लॉक के तहत विपक्षी दल बिहार में मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावी धांधली के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस मार्च का नेतृत्व करेंगे। योजना के अनुसार, विपक्षी सांसद लगभग एक किलोमीटर पैदल चलकर चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचेंगे।


“वोट चोरी” का आरोप

हाल ही में राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव के दौरान कथित “वोट चोरी” का आरोप लगाया था। विपक्ष का कहना है कि विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया का उपयोग मतदाता सूची में हेरफेर के लिए किया जा रहा है, जिससे चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।


सुरक्षा व्यवस्था

आज की बैठक और मार्च को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। आयोग के बाहर पुलिस बल तैनात रहेगा ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था को रोका जा सके।