×

बिहार में तेजस्वी यादव का चुनावी प्रचार: परिवार में विवाद और रणनीतियाँ

बिहार में महागठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल का चुनावी प्रचार तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चल रहा है। परिवार में चल रहे विवादों के बीच, तेजस्वी ने अपने माता-पिता को प्रचार से हटा दिया है। इस स्थिति ने बिहार की राजनीति में एक नया नैरेटिव तैयार किया है। जानें कैसे ये घटनाक्रम चुनावी माहौल को प्रभावित कर रहे हैं और तेजस्वी के परिवार के भीतर के संघर्षों का क्या असर होगा।
 

तेजस्वी यादव का प्रचार और पारिवारिक विवाद

बिहार में महागठबंधन, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल का प्रचार बेहद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है। तेजस्वी यादव, जो बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, को महागठबंधन ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। उनका परिवार काफी बड़ा है, जिसमें नौ भाई-बहन शामिल हैं, और उनके माता-पिता भी सक्रिय हैं। हालांकि, प्रचार में उन्हें अकेले ही आगे बढ़ना पड़ रहा है। उनके मामा, साधु यादव और सुभाष यादव, अक्सर विरोध में बयान देते रहते हैं। इसके अलावा, तेजस्वी के भाई तेज प्रताप यादव ने अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है, और वे अपनी पार्टी को लालू प्रसाद यादव की असली पार्टी बताने का दावा कर रहे हैं। तेजस्वी के खिलाफ भी उन्होंने उम्मीदवार उतारा है, और खुद तेजस्वी भी उनके खिलाफ प्रचार कर चुके हैं। उनकी दो बहनें, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य, राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन उनका प्रचार सीमित है।


वंशवादी राजनीति का चेहरा

दिलचस्प बात यह है कि तेजस्वी यादव को भाजपा और प्रधानमंत्री द्वारा बिहार की वंशवादी राजनीति का सबसे बड़ा चेहरा बताया जा रहा है, जबकि उनके आसपास वंश का कोई भी सदस्य नजर नहीं आता। तेजस्वी ने जानबूझकर अपने माता-पिता, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को मुख्यधारा के प्रचार से हटा दिया है। दोनों राजद के पोस्टर और होर्डिंग से भी गायब हैं। तेजस्वी का मानना है कि यदि ये दोनों नजर नहीं आएंगे, तो 2005 से पहले के बिहार का नैरेटिव नहीं बन पाएगा। लेकिन यह संदेश भी जा रहा है कि जब परिवार में ही इतना विवाद है, तो वे बिहार की राजनीति को कैसे संभालेंगे? इस बीच, लालू प्रसाद प्रचार के लिए सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने पटना की दीघा सीट पर सीपीआई माले की दिव्या गौतम और दानापुर में राजद के रीतलाल यादव के लिए रोड शो किया। इस दौरान, लालू ने अनंत सिंह के लिए ललन सिंह और सम्राट चौधरी के रोड शो पर राजद के नैरेटिव को प्रभावित किया।