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बिहार में बीजेपी का विपक्ष पर हमला: वोटर लिस्ट विवाद

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर विपक्ष ने चक्का जाम किया, जिसमें कई प्रमुख नेता शामिल हुए। इस पर बीजेपी ने तीखा हमला करते हुए महागठबंधन को घुसपैठियों का समर्थक बताया। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने राहुल गांधी को संविधान विरोधी करार दिया और चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने को साजिश बताया। जानें इस राजनीतिक विवाद के पीछे की रणनीति और आरोप-प्रत्यारोप की पूरी कहानी।
 

बीजेपी का विरोध प्रदर्शन पर तीखा जवाब

बीजेपी का विपक्ष पर हमला: बिहार में वोटर लिस्ट की जांच को लेकर आज विपक्ष ने पटना में चक्का जाम किया। इस दौरान विभिन्न विपक्षी दलों का एकजुटता देखने को मिली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, सीपीआई माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, सीपीआई के डी राजा और मुकेश सहनी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। इस मुद्दे पर राजनीतिक माहौल फिर से गर्म हो गया है। बीजेपी ने इस विरोध प्रदर्शन पर कड़ा जवाब दिया है।


विजय सिन्हा का बयान

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि ये लोग घुसपैठियों और आतंकवादियों के समर्थक हैं, और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण पर सवाल उठाना इस साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता को कमजोर करना है।


संविधान का अपमान?

सिन्हा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को “संविधान विरोधी” करार देते हुए कहा कि वे संविधान की कॉपी लेकर नौटंकी कर रहे हैं। उन्होंने आपातकाल की याद दिलाते हुए कांग्रेस पर संविधान की हत्या का आरोप लगाया।


राजनीतिक रणनीति या नफरत?

डिप्टी सीएम का यह बयान केवल एक राजनीतिक आरोप नहीं है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा भी है। उन्होंने 2010 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए संकेत दिया कि जनता एक बार फिर महागठबंधन को नकार देगी। महागठबंधन के नेता वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन विजय सिन्हा इसे राष्ट्रविरोधी और लोकतंत्र विरोधी करार दे रहे हैं।