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बिहार में महागठबंधन का प्रदर्शन: चुनाव आयोग के कार्यालय तक नहीं पहुंचे नेता

बिहार में महागठबंधन ने मतदाता सूची के पुनर्निरीक्षण के मुद्दे पर एक बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें प्रमुख नेता शामिल हुए। हालांकि, प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव चुनाव आयोग के कार्यालय नहीं पहुंचे, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठने लगे। बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी, आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदर्शन केवल दिखावे के लिए था। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।
 

मतदाता सूची के पुनर्निरीक्षण पर महागठबंधन का बिहार बंद

मतदाता सूची का पुनर्निरीक्षण: बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनर्निरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर महागठबंधन ने गुरुवार को पटना में बिहार बंद का आयोजन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के तेजस्वी यादव और अन्य दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए। इस बंद का मुख्य उद्देश्य राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपना और कथित असंवैधानिक मतदाता पुनरीक्षण पर आपत्ति जताना था। चुनाव आयोग ने अपने कार्यालय में सभी तैयारियां कर ली थीं, लेकिन राहुल गांधी और तेजस्वी यादव चुनाव आयोग के कार्यालय नहीं पहुंचे। इस पर बीजेपी प्रवक्ता दानिश इकबाल ने कहा कि राहुल और तेजस्वी केवल सेल्फी लेने आए थे, उनके पास बिहार के लिए कोई विजन या ठोस योजना नहीं है।


चुनाव आयोग की तैयारियों पर सवाल

महागठबंधन का यह प्रदर्शन कई सवालों के घेरे में आ गया है। इनकम टैक्स गोलंबर से शुरू हुआ मार्च सचिवालय थाना के पास बैरिकेडिंग पर आकर रुक गया। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रतिनिधिमंडल को राज्य निर्वाचन आयोग जाकर ज्ञापन देना था, लेकिन कोई भी आयोग तक नहीं पहुंचा। निर्वाचन आयोग कार्यालय में सुरक्षा सहित सभी तैयारियां पहले से की गई थीं। तेजस्वी यादव घर लौट गए और राहुल गांधी दिल्ली चले गए, जबकि आयोग के अधिकारी महागठबंधन के प्रतिनिधिमंडल का इंतजार करते रहे।


महागठबंधन में विभाजन

कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि ज्ञापन पहले ही भेजा जा चुका था और गुरुवार का आयोजन प्रतीकात्मक था। वहीं, वीआईपी पार्टी के प्रवक्ता देवज्योति ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि सचिवालय के सामने बैरिकेडिंग लगाकर मार्च को रोका गया, इसलिए ज्ञापन वहीं मौजूद पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया गया।


बीजेपी का महागठबंधन पर हमला

बीजेपी प्रवक्ता दानिश इकबाल ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव केवल सेल्फी लेने आए थे। बिहार के लिए उनके पास कोई विजन या ठोस योजना नहीं है। यह पूरा मार्च केवल दिखावा था, जिस मुद्दे पर आंदोलन हुआ, वहां पहुंचने की भी ज़हमत नहीं उठाई।