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बिहार में राजनीतिक संघर्ष: पीएम मोदी और लालू यादव के बीच तीखी नोकझोंक

बिहार की राजनीति में हाल ही में पीएम मोदी और लालू यादव के बीच तीखी बहस देखने को मिली। मोदी ने लालू पर कई गंभीर आरोप लगाए, जबकि लालू ने सोशल मीडिया पर एक मजेदार प्रतिक्रिया दी। इस राजनीतिक संघर्ष में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप किए हैं। जानें इस बहस के पीछे की कहानी और बिहार की राजनीतिक स्थिति पर उनके विचार।
 

बिहार की राजनीति में गरमाई बहस

बिहार की राजनीति: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (20 जून) को एक जनसभा में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर तीखे आरोप लगाए। इसके तुरंत बाद, लालू ने सोशल मीडिया पर एक जवाबी पोस्ट साझा किया। उन्होंने 'मौसम चेतावनी' जारी करते हुए कहा कि बिहार में 'झूठ, झूठे वादों और भ्रम की भारी बारिश' हो रही है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक एआई-निर्मित वीडियो साझा किया, जिसमें पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के क्लिप शामिल थे। उन्होंने लिखा, "बिहार के हित में मौसम चेतावनी- आज बिहार में झूठ, झूठे वादों और भ्रम की भारी बारिश हो रही है, झूठे और लुभावने वादों की ओलावृष्टि भी गरज के साथ गिर रही है, सावधान रहें।"




पीएम मोदी का 'जंगल राज' पर हमला


इससे पहले, सिवान में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लालू प्रसाद पर बीआर आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। यह टिप्पणी एक वायरल वीडियो के संदर्भ में थी, जिसमें आंबेडकर जयंती समारोह के दौरान लालू के पैर उनकी तस्वीर के पास दिखाई दिए।


पीएम मोदी ने कहा, "हाल ही में आरजेडी ने बाबासाहेब की तस्वीर के साथ जो किया, उसे पूरे देश ने देखा... मुझे पता है कि ये लोग कभी माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि इनमें दलितों और पिछड़ों के लिए कोई सम्मान नहीं है। आरजेडी और कांग्रेस बाबासाहेब की तस्वीर को अपने पैरों तले रखते हैं, जबकि मोदी उन्हें अपने दिल में रखते हैं।"


बिहार की बदहाली का जिम्मेदार कौन?


पीएम मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस पर बिहार को लूटने का आरोप लगाया और कहा कि इनके शासन में गरीबी राज्य का "दुर्भाग्य" बन गई। उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने बिहार में 'जंगल राज' लाया, वे किसी तरह अपनी पुरानी करतूतों को दोहराने का मौका ढूंढ रहे हैं। अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आपको बहुत सावधान रहना होगा।" उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस की नीतियों को "बिहार विरोधी और निवेश विरोधी" करार दिया, और कहा कि इनके शासन में "खराब बुनियादी ढांचा, माफिया राज, गुंडा राज और भ्रष्टाचार" को बढ़ावा मिला।


'परिवारवाद' पर तंज


पीएम मोदी ने विपक्ष पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, "उनकी राजनीति का सार है 'परिवार का साथ, परिवार का विकास'। उन्होंने कहा, "वे अपने परिवार के लाभ के लिए बिहार की करोड़ों परिवारों को नुकसान पहुंचाने से नहीं हिचकते। बाबासाहेब आंबेडकर ऐसी राजनीति के खिलाफ थे।"