बिहार में वोटर अधिकार यात्रा: तेजस्वी यादव और राहुल गांधी का बड़ा आंदोलन
बिहार में एसआईआर पर विवाद
पटना। एसआईआर के मुद्दे पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष इस मुद्दे पर संसद से लेकर सड़कों तक विरोध प्रदर्शन कर रहा है। इस बीच, जीतन राम मांझी ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पत्थर पर सिर पटकने से कुछ हासिल नहीं होगा, केवल सिर ही फटेगा। उनका मानना है कि एसआईआर बिहार के लिए अत्यंत आवश्यक है।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा
रविवार से सांसद राहुल गांधी और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा सासाराम से शुरू होकर राज्य के 25 जिलों से गुजरेगी। राहुल गांधी सोमवार को विशेष विमान से गया पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा एसपी जैन कॉलेज सासाराम उतरेंगे। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक सासाराम से सुवारा में सभी नेताओं का संबोधन होगा। शाम 4.30 बजे देहरी ऑन सोन के आंबेडकर चौक से यात्रा शुरू होगी।
तेजस्वी यादव का बयान
ये बिहारियों के सम्मान की लड़ाई है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि यह लड़ाई अब केवल चुनाव की नहीं, बल्कि बिहार और बिहारियों के सम्मान, स्वाभिमान, अधिकार और लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बन गई है। वोटर अधिकार यात्रा का यह आंदोलन जन-जन का जयघोष बन चुका है। इसमें बिहार के 14 करोड़ लोग ही नहीं, बल्कि देश की 140 करोड़ न्यायप्रिय जनता भी भावनात्मक रूप से जुड़ रही है।
मांझी का तंज
राहुल और तेजस्वी पर मांझी ने किया तंज
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि पत्थर पर सिर पटकने से कुछ नहीं होगा, केवल सिर ही फूटेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एसआईआर बहुत जरूरी है, क्योंकि मृतकों या बाहर गए लोगों के वोट को खत्म किया जा रहा है। चिराग पासवान के बारे में उन्होंने कहा कि वे बड़े आदमी हैं, लेकिन उन्हें सलाह दी कि एनडीए में रहकर ही अपना भविष्य तलाशना बेहतर होगा।