बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एग्जिट पोल से मिली नई राजनीतिक तस्वीर
पटना में चुनावी हलचल
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण का मतदान समाप्त होते ही राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस बीच, एक AI आधारित एग्जिट पोल ने चुनावी परिणामों का स्पष्ट संकेत दिया है। आंकड़ों के अनुसार, एनडीए (NDA) को 140 से 170 सीटों के बीच बहुमत मिलने की संभावना है, जबकि महागठबंधन (MGB) को 60 से 90 सीटों पर सीमित रहने का अनुमान है।
मतदान का उत्साह
बिहार में इस बार मतदान प्रतिशत 68.52 प्रतिशत दर्ज किया गया है, जो पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में अधिक है। यह दर्शाता है कि जनता ने इस बार मतदान में उत्साह के साथ भाग लिया।
भाजपा की स्थिति
BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिखी
AI एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा 70 से 90 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। जेडीयू (JDU) को 30 से 40 सीटें, हम (HAM) को 2 से 5, चिराग पासवान की एलजेपी(आर) को 14 से 18 और राष्ट्रवादी लोकमत पार्टी (RLM) को 3 से 4 सीटें मिलने का अनुमान है। ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि एनडीए की स्थिति मजबूत है और नीतीश कुमार एक बार फिर सत्ता में लौट सकते हैं।
लालू परिवार की स्थिति
तेजस्वी यादव ने राघोपुर बचाई, पर भाई तेजप्रताप की महुआ में मुश्किलें
लालू परिवार के लिए यह चुनाव मिश्रित परिणाम लाने वाला हो सकता है। राघोपुर विधानसभा सीट से तेजस्वी यादव (RJD) को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है, जबकि महुआ विधानसभा सीट पर तेज प्रताप यादव (JJD) को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यहाँ संजय कुमार सिंह (LJP-R) आगे चल रहे हैं।
सीट-दर-सीट विश्लेषण
सीट-दर-सीट विश्लेषण: कौन आगे, कौन पीछे
- तारापुर: सम्राट चौधरी (BJP) आगे, अरुण कुमार (RJD) पीछे
- लखीसराय: विजय कुमार सिन्हा (BJP) बढ़त में, अमरेश कुमार अनीश (कांग्रेस) हार के आसार
- अलीनगर: मैथिली ठाकुर (BJP) को स्पष्ट बढ़त
- गया: प्रेम कुमार (BJP) आगे, कांग्रेस और JSP पीछे
- बेलागंज: मनोरमा देवी (JDU) की जीत तय मानी जा रही
- बिहार शरीफ: डॉ. सुनील कुमार (BJP) को बढ़त
- वारिस अलीगंज: अरुणा देवी (BJP) की स्थिति मजबूत
- मोकामा: अनंत सिंह (JDU) बढ़त बनाए हुए, वीना देवी (RJD) पिछड़ीं
- रघुनाथपुर: विकास कुमार सिंह (JDU) आगे, ओसामा (RJD) पीछे
AI तकनीक से हुआ सटीक विश्लेषण
AI तकनीक से हुआ सटीक विश्लेषण
यह एग्जिट पोल AI और मशीन लर्निंग मॉडल्स के माध्यम से तैयार किया गया है, जिसमें मतदान प्रतिशत, जनमत प्रवृत्तियों, सोशल मीडिया पैटर्न, और क्षेत्रीय मुद्दों का गहराई से विश्लेषण किया गया है। यही कारण है कि यह पोल पारंपरिक सर्वे की तुलना में अधिक डेटा-आधारित और सटीक माना जा रहा है।
भविष्य की संभावनाएँ
यदि AI एग्जिट पोल के ये आंकड़े वास्तविक परिणामों में तब्दील होते हैं, तो यह बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव साबित होगा। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए फिर से सत्ता में लौटता दिख रहा है, जबकि आरजेडी और कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती नजर आ रही है। हालांकि, मतगणना के दिन तस्वीर कितनी बदलती है, यह देखना दिलचस्प होगा।