बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एनडीए में सीट बंटवारे पर असंतोष जारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एनडीए में असंतोष की स्थिति
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनावों से पहले एनडीए में सीटों के बंटवारे का रहस्य समाप्त हो गया है, लेकिन सहयोगी दलों के बीच असंतोष की भावना अभी भी बनी हुई है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भले ही सार्वजनिक रूप से छह सीटें मिलने पर संतोष व्यक्त किया हो, लेकिन उनके शब्दों में छिपी नाराजगी स्पष्ट थी।
मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी और उन्हें कम आंका गया है, और इसका प्रभाव भविष्य में एनडीए पर पड़ सकता है।
बीजेपी का 101 सीटों पर लड़ने का निर्णय
101 सीटों पर लड़ेगी बीजेपी
बीजेपी और जेडीयू ने 101-101 सीटों पर तालमेल किया है, जबकि चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को छह-छह सीटें दी गई हैं। हालांकि, मांझी ने पहले 15 सीटों की मांग की थी ताकि वे 2020 के विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी का प्रदर्शन बनाए रख सकें। मांझी ने कहा, 'जो हाईकमान ने तय किया, हमने स्वीकार किया, लेकिन छह सीटें देकर हमें कम आंका गया है। इसका असर एनडीए पर पड़ सकता है।'
सहयोगियों के सम्मान पर सवाल
‘साथियों के सम्मान का क्या हुआ?’
एनडीए के सीट बंटवारे पर विपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा अपने सहयोगियों का सम्मान करना भूल गई है। कांग्रेस नेता मनोज कुमार ने सवाल उठाया, 'मांझी जी को छह सीटें, कुशवाहा जी को छह सीटें दी गईं, क्या यही है एनडीए में समुदायों की कीमत?' कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने सहयोगियों को 'सम्मान देने' के बजाय 'नियंत्रण में रखने' की रणनीति अपनाई है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि दलित और पिछड़ा वर्ग के नेताओं को सीमित सीटें देकर एनडीए ने एक गलत संदेश भेजा है।
दिल्ली में सहमति का मंथन
दिल्ली में चला मंथन, आखिर बनी सहमति
सीट बंटवारे की घोषणा से पहले दिल्ली में कई दौर की बैठकें हुईं। इन बैठकों में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह, साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल थे। भाजपा ने इस बार अपने हिस्से से कुछ सीटें छोड़ी हैं (2020 में 110 सीटें मिली थीं), लेकिन वह गठबंधन की 'मुख्य नियंत्रक ताकत' बनी रही। सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने अंतिम समय में कई असंतुष्ट नेताओं को मनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इंडिया गठबंधन में भी फंसा पेच
इंडिया गठबंधन में भी फंसा पेच
विपक्षी इंडिया गठबंधन अभी सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बना पाया है। आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच बातचीत जारी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस करीब 70 सीटों की मांग कर रही है, जबकि आरजेडी इसे घटाकर 50 के करीब रखना चाहती है। तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी इस मुद्दे पर बातचीत के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।