बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव आयोग की तैयारियों में तेजी, जल्द हो सकता है तारीखों का ऐलान
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों का अंतिम चरण
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों में चुनाव आयोग अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में आयोग की 16 सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम रविवार को बिहार में महत्वपूर्ण बैठकों में भाग ले रही है। पटना के एक प्रमुख होटल में आयोजित इन बैठकों के बाद आयोग दोपहर 2 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अब तक की तैयारियों का विवरण साझा करेगा। हालांकि, चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है, लेकिन आयोग के इस व्यापक दौरे और बैठकों से संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य अब तक की तैयारियों और राज्य स्तर पर मिली प्रतिक्रियाओं पर चर्चा करना है.
चुनाव आयोग की टीम का व्यस्त कार्यक्रम
रविवार को चुनाव आयोग की टीम का कार्यक्रम काफी व्यस्त है। सुबह 9:30 से 11 बजे तक प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक, 11:30 से 12 बजे तक CEO, SPNO और CAPF के नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा, 12 से 1 बजे तक मुख्य सचिव, DGP और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा, दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस और शाम 4:10 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होना शामिल है.
राजनीतिक दलों ने 'SIR' प्रक्रिया पर जताया विश्वास
शनिवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि सभी दलों ने 'विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)' अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने में आयोग के प्रयासों की सराहना की। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों ने आयोग के कार्यों में विश्वास जताते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी बात दोहराई है.
CEC की टीम ने राजनीतिक दलों से मांगे सुझाव
चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ CEC ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस बैठक में आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भाजपा, कांग्रेस, राजद, जदयू, लोजपा (रामविलास), RLJP, CPI (M), CPI (ML) (लिबरेशन) सहित कई दलों ने भाग लिया और अपने सुझाव दिए.
चुनाव आयोग के इस दौरे के बाद राजनीतिक हलकों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। आयोग की तैयारियों और बैठकों की तीव्र गति यह संकेत दे रही है कि राज्य में सुचारू, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं.