×

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जानें कब होंगे मतदान और क्या हैं खास बातें

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, जिसमें मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा। इस बार लगभग 14 लाख युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। चुनाव आयोग ने छठ पर्व के बाद मतदान की तारीखें निर्धारित की हैं, जिससे अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित हो सके। 243 सीटों में से कई आरक्षित हैं और मतदान केंद्रों की विशेष व्यवस्था की गई है। जानें इस चुनाव की सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और क्या है राजनीतिक दलों की रणनीति।
 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान

Bihar Assembly Election 2025: बिहार में राजनीतिक गतिविधियों के बीच निर्वाचन आयोग ने आज बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चुनाव दो चरणों में होंगे, पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को। इस प्रकार चुनावी मौसम की शुरुआत हो गई है।


विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने की तारीख

22 नवंबर को समाप्त हो रहा विधानसभा का कार्यकाल
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। नए सदन का गठन समय पर करना संवैधानिक रूप से आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा करने का निर्णय लिया है, ताकि बेहतर प्रबंधन और अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।


युवाओं की भागीदारी

पहली बार वोट डालेंगे 14 लाख युवा
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि राज्य में लगभग 7.42 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। इस बार लगभग 14 लाख युवा मतदाता पहली बार वोट डालने जा रहे हैं, जो चुनाव को और अधिक निर्णायक बना सकते हैं। इसके अलावा, लगभग 4 लाख वरिष्ठ नागरिक और 14,000 से अधिक शतायु मतदाता भी इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेंगे।


छठ पर्व के बाद मतदान की तारीखें

तारीखें छठ पर्व के बाद रखने की मांग स्वीकार
राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया था कि मतदान की तारीखें छठ पर्व के बाद निर्धारित की जाएं, ताकि त्योहारों के दौरान राज्य से बाहर रहने वाले लोग अपने घर लौट सकें और मतदान कर सकें। आयोग ने इस मांग को ध्यान में रखते हुए नवंबर में मतदान की तिथियां तय की हैं, जिससे अधिकतम मतदाता भागीदारी सुनिश्चित हो सके।


आरक्षित सीटों और चुनावी तैयारियों का विवरण

आरक्षित सीटों और चुनावी तैयारियों का ब्यौरा
243 सीटों में से 38 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। मतदान केंद्रों को विशेष रूप से ग्राउंड फ्लोर पर स्थापित करने की योजना है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों को सुविधा मिल सके। हर मतदान केंद्र पर औसतन 1200 मतदाताओं की व्यवस्था की जा रही है, जिससे भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी।


नामांकन प्रक्रिया और अंतिम मतदाता सूची

नामांकन प्रक्रिया और अंतिम मतदाता सूची
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि मतदाता सूची को लेकर 1 अगस्त से 1 सितंबर तक दावा-आपत्ति का समय दिया गया था, और 30 सितंबर को अंतिम सूची सभी राजनीतिक दलों को सौंप दी गई। यदि किसी मतदाता का नाम सूची में छूट गया है, तो उसे नामांकन प्रक्रिया से 10 दिन पहले तक जोड़ा जा सकता है। इसके बाद जारी की गई सूची को ही अंतिम मतदाता सूची माना जाएगा।


बिहार चुनाव की तैयारी

बिहार अब पूरी तरह से चुनावी मोड में प्रवेश कर चुका है। दो चरणों में होने वाली यह वोटिंग राज्य की अगली सरकार का निर्धारण करेगी। चुनाव आयोग की तैयारियां और पारदर्शिता को लेकर संकल्प स्पष्ट हैं। अब यह देखना होगा कि राजनीतिक दल किस प्रकार की रणनीति अपनाते हैं और जनता किसे सत्ता की कुर्सी सौंपती है। लोकतंत्र का यह उत्सव एक बार फिर बिहार की धरती पर नई कहानी लिखने को तैयार है.