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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जीतन राम मांझी ने सीट बंटवारे पर उठाए सवाल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच, जीतन राम मांझी ने सीट बंटवारे को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिए हैं। उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी ने राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की बात की थी। मांझी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के लिए यह 'करो या मरो' की स्थिति है। जानें और क्या कहा उन्होंने एनडीए के नेताओं के बारे में और उनकी पार्टी की भविष्य की योजनाओं के बारे में।
 

बिहार चुनाव 2025 की तैयारी

Bihar Election 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हैं। हालांकि, महागठबंधन और एनडीए दोनों की ओर से सीट बंटवारे की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। इस बीच, 'हम' पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि तेजस्वी ने यात्रा के दौरान कहा था कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। जब राहुल ने ऐसा नहीं किया, तो तेजस्वी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मांझी ने कहा कि अगर राहुल गांधी ने कहा होता कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे, तो स्थिति अलग होती।


करो या मरो की स्थिति

जीतन राम मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'हम' पार्टी को निबंधित पार्टी का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उन्हें अधिक सीटें मिलेंगी और कम से कम 7-8 विधायक होंगे, जिससे उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि यदि गठबंधन से 15 सीटें नहीं मिलीं, तो उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मांझी ने कहा, "हमने अभी तक कोई लक्ष्य तय नहीं किया है, लेकिन यह सच है कि हमारे लिए करो या मरो की स्थिति है। हम एनडीए से अनुरोध करेंगे कि हमें पर्याप्त सीटें आवंटित की जाएं।"


एनडीए से आग्रह

जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जो कार्य किए थे, उन्हें प्रभावी ढंग से जनता और संसद के सामने पेश नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए, उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त होना आवश्यक है। उन्होंने एनडीए के नेताओं से आग्रह किया कि उनकी पार्टी को इतनी सीटें दी जाएं कि उनके विधायकों की संख्या बढ़ सके और उनकी पार्टी को मान्यता मिल सके।


'हम' पार्टी को वादे के अनुसार सीटें

जीतन राम मांझी ने कहा कि 'हम' पार्टी को 2 लोकसभा और 1 राज्यसभा सीट देने का वादा किया गया था। इसके अनुसार, उन्हें कम से कम 17 से 18 सीटें मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीट शेयरिंग में कोई मतभेद नहीं है और जो सामूहिक रूप से तय होगा, वह स्वीकार्य होगा। बिहार में चुनावी राजनीति गरमाई हुई है और सभी पार्टियों के नेताओं के बयान लगातार सामने आ रहे हैं।