बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण की वोटिंग में महिलाओं ने बनाया नया रिकॉर्ड
पटनाः मतदान के आंकड़े जारी
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के अंतिम आंकड़े सामने आ गए हैं। 6 नवंबर को 18 जिलों में 121 सीटों पर हुए मतदान में जनता ने अभूतपूर्व उत्साह दिखाया। कुल वोटिंग प्रतिशत 65.08 रहा, जो बिहार विधानसभा चुनावों के इतिहास में सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इससे पहले कभी भी वोटिंग इस स्तर तक नहीं पहुंची थी।
महिलाओं ने मतदान में तोड़ा रिकॉर्ड
पहले चरण की वोटिंग में एक महत्वपूर्ण बात यह रही कि महिलाओं ने एक बार फिर पुरुषों को पीछे छोड़ दिया। महिलाओं का कुल मतदान प्रतिशत 69.04 रहा, जबकि पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 61.56 रहा। इस प्रकार, महिलाओं ने लगभग 8 प्रतिशत की बढ़त के साथ यह साबित किया कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में उनकी भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
पिछले तीन विधानसभा चुनावों में भी बिहार में महिलाओं का मतदान पुरुषों से अधिक रहा है, और इस बार यह अंतर और भी बड़ा हो गया है। यह रुझान दर्शाता है कि महिलाएं अपने मुद्दों और भविष्य के प्रति अधिक सजग और सक्रिय हो चुकी हैं।
कहां हुआ सबसे ज्यादा मतदान?
इस चरण में मीनापुर सीट पर 77.54 प्रतिशत वोट पड़े, जहां महिलाओं ने 82.49 प्रतिशत मतदान किया। वहीं, कुम्हरार सीट पर केवल 40.17 प्रतिशत वोट पड़े, जहां महिलाओं का मतदान भी मात्र 39.19 प्रतिशत रहा, जो पूरे बिहार में सबसे कम है। पुरुषों में सबसे अधिक मतदान बोचाहन सीट पर 73.78 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि कुम्हरार सीट पर पुरुषों का मतदान सबसे कम 41.10 प्रतिशत रहा।
25 वर्षों में सबसे बड़ा उछाल
पिछले 25 वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो यह पहला अवसर है जब वोटिंग प्रतिशत 65% से ऊपर पहुंचा है। 2020 के चुनाव में मतदान प्रतिशत 56.93 था, जो उस समय का सर्वोच्च रिकॉर्ड था। इस बार उससे लगभग 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
2000 में जब बिहार और झारखंड का विभाजन नहीं हुआ था, तब 62.57 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। उसके बाद 2005 के दोनों विधानसभा चुनावों में मतदान 50 प्रतिशत से भी कम रहा। दिलचस्प बात यह है कि उन चुनावों में पुरुषों का मतदान हमेशा महिलाओं से अधिक था।
महिलाओं की भागीदारी से कुल वोटिंग में उछाल
2010 के चुनाव से स्थिति में बदलाव आया और पहली बार महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया। 2015 और 2020 के चुनावों में भी महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा। 2015 में महिलाओं ने 60.48 प्रतिशत मतदान किया, जबकि पुरुषों का प्रतिशत 53.32 था। 2020 में भी 59.69 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया, जबकि पुरुषों का प्रतिशत 54.49 रहा।
महिलाओं की वोटिंग में निरंतर बढ़ोतरी ने कुल मतदान प्रतिशत को लगातार ऊपर उठाया, जिससे इस बार पहले चरण में 65% से अधिक वोटिंग संभव हो पाई।
अगले चरण पर बढ़ी निगाहें
पहले चरण की इस ऐतिहासिक वोटिंग ने चुनावी माहौल को और गरम कर दिया है। राजनीतिक दलों की नजरें अब दूसरे चरण पर टिक गई हैं, जहां मुकाबला और भी रोचक होने वाला है।