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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण में मतदान का नया रिकॉर्ड, SIR के प्रभाव पर उठे सवाल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदान ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, जिसमें 64.66% मतदान हुआ। SIR के तहत 9.25% मतदाता हटाए गए हैं, जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि वोट चोरी की जा रही है, जबकि चुनाव आयोग ने इसका खंडन किया है। प्रशांत किशोर ने SIR को चुनाव का मुख्य मुद्दा नहीं मानते हुए अन्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की बात की है। इस चुनावी माहौल में मतदाता संख्या में बदलाव और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप चर्चा का विषय बने हुए हैं।
 

बिहार में मतदान का उत्साह


पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं ने एक नया उत्साह रिकॉर्ड स्थापित किया है। 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें 64.66% मतदान की दर देखी गई। यह आंकड़ा 2020 के मुकाबले 2% से 5% अधिक है। पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, गोपालगंज, और सिवान जैसे जिलों में बड़ी संख्या में लोग मतदान केंद्रों पर पहुंचे।


मतदान का वितरण

कहां हुआ कितना मतदान?


पहले चरण में कई जिलों ने 60% से अधिक मतदान दर्ज किया, जिसमें मुजफ्फरपुर 70.96% के साथ सबसे आगे रहा। समस्तीपुर, वैशाली, मधेपुरा और गोपालगंज में भी अच्छी मतदान दर देखी गई। हालांकि, पटना, नालंदा और भोजपुर जैसे जिलों में मतदान की दर थोड़ी कम रही, फिर भी यह 57% से 59% के बीच रही।


मतदाता संख्या में बदलाव

SIR में हटे 9.25% वोटर्स


बिहार में चुनाव ऐसे समय हो रहे हैं जब स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का बड़ा अभियान पूरा हुआ है। SIR रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 में मतदाता संख्या 7.89 करोड़ थी। अगस्त में 65 लाख मतदाता हटाए गए, जिससे कुल वोटर्स 7.24 करोड़ रह गए। अंतिम सूची 30 सितंबर को जारी की गई, जिसमें 68.66 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए।


नए मतदाताओं की संख्या

नए जोड़े गए मतदाता 21.53 लाख


कुल मिलाकर 47.13 लाख वोटर लिस्ट से कम हुए, जो 2020 की तुलना में लगभग 9.25% की कमी दर्शाता है। नए मतदाताओं को जोड़ने पर कुल गिरावट लगभग 6.35% है।


SIR का चुनावी प्रभाव

पहले चरण की सीटों पर SIR का प्रभाव


पहले चरण के 121 विधानसभा क्षेत्रों में SIR का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया। बेगूसराय में सबसे अधिक 1.67 लाख वोटर्स हटाए गए, जो 7.47% है। पटना में 3.95 लाख, गोपालगंज में 3.10 लाख, मुजफ्फरपुर में 2.82 लाख और दरभंगा में 2.03 लाख वोटर्स कम हुए।


राजनीतिक विवाद

'वोट चोरी' के आरोपों से राजनीतिक घमासान


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि SIR के नाम पर "व्यवस्थित तरीके से वोट चोरी" की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह बिहार में लोकतंत्र को कमजोर करने की एक साजिश है। चुनाव आयोग ने कहा कि कांग्रेस के बूथ एजेंटों ने SIR प्रक्रिया के दौरान कोई आपत्ति नहीं उठाई।


कांग्रेस का दावा

कांग्रेस का दावा


कांग्रेस का कहना है कि बिहार में औसतन 4.89% वोट हटाए गए हैं, जबकि सीमांचल और भोजपुर जैसे क्षेत्रों में यह आंकड़ा 6% से अधिक है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि कई मतदाता मतदान के दिन ही जानेंगे कि उनके नाम सूची में नहीं हैं।


प्रशांत किशोर की राय

प्रशांत किशोर की राय


जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर का मानना है कि SIR चुनाव का मुख्य मुद्दा नहीं बनेगा। उनका कहना है कि बिहार में असली मुद्दे पलायन, शिक्षा और भ्रष्टाचार हैं। हालांकि, वे चाहते हैं कि चुनाव आयोग विपक्ष के सवालों का स्पष्ट उत्तर दे।