बिहार विधानसभा चुनाव 2025: सीट बंटवारे पर बीजेपी और जीतन राम मांझी के बीच वार्ता
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ
Bihar Assembly Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव अगले महीने होने वाले हैं। इस संदर्भ में सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस बीच, बिहार की राजनीति में भी हलचल जारी है। हाल ही में बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने जीतन राम मांझी के आवास पर मुलाकात की। आइए, इस खबर के सभी पहलुओं पर नजर डालते हैं...
सीट बंटवारे पर चर्चा
सीट बंटवारे को लेकर मांझी आवास पर बैठक
यह बैठक सीट बंटवारे के मुद्दे पर आयोजित की गई थी। जीतन राम मांझी एनडीए से 15 से 20 सीटें मांग रहे हैं, जबकि बीजेपी उन्हें 7 से 10 सीटें देने के लिए तैयार है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी मांझी को 7 सीटें दी गई थीं, इसलिए बीजेपी ने इस बार भी वही संख्या तय की है। हालांकि, मांझी इस पर सहमत नहीं हुए हैं। बैठक के बाद किसी नेता ने मीडिया से बात नहीं की, जिससे यह संकेत मिलता है कि बातचीत में कोई सहमति नहीं बनी है।
मीडिया से बातचीत में चुप्पी
मांझी ने नहीं दिया कोई जवाब
बैठक के बाद जब मीडिया ने मांझी से बातचीत की कोशिश की, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि सीट बंटवारे को लेकर उनकी नाराजगी अभी भी बनी हुई है। बीजेपी नेताओं ने भी इस पर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया है।
धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में बैठक
धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक
बीजेपी की राज्य चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की। उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इस बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा की गई और घटक दलों को मनाने की कोशिश की गई, ताकि एनडीए के सभी दलों के बीच तालमेल बना रहे। लेकिन कोई भी दल कम सीट लेने के लिए तैयार नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त का बिहार दौरा
चुनाव से पहले बिहार पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त
हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त अपनी टीम के साथ बिहार आए हैं और चुनाव की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने पुलिस, राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 22 नवंबर से पहले संपन्न कर लिया जाएगा। इस बार EVM पर उम्मीदवारों की रंगीन फोटो भी देखने को मिलेगी। महागठबंधन में सीटों पर बात बन गई है, और अब उम्मीद की जा रही है कि एनडीए भी जल्द ही अपने बीच की खींचतान को समाप्त कर देगी।