बिहार विधानसभा चुनाव: गठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी भी अनिश्चित
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव: बिहार विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। कांग्रेस, आरजेडी, वामपंथी दल और वीआईपी गठबंधन अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पहले चरण की वोटिंग के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने में केवल तीन दिन बचे हैं, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
कांग्रेस की बैठक और उम्मीदवारों की सूची
कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने दिल्ली में अपने उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की। अब तक 72 सीटों पर विचार किया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि गठबंधन के तहत कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को लगभग 60 सीटें मिल सकती हैं, लेकिन यदि मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी को कुछ सीटों में शामिल किया जाता है, तो यह संख्या बदल सकती है।
खड़गे का निर्देश: मजबूत उम्मीदवारों का चयन
हर सीट पर एक मजबूत उम्मीदवार चुनें: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी टीम को निर्देश दिया है कि वे हर सीट पर केवल एक मजबूत उम्मीदवार का चयन करें, बजाय इसके कि नामों की एक लंबी सूची प्रस्तुत की जाए। उन्होंने अपनी अध्यक्षता वाली समिति के सामने रखे गए नामों पर असंतोष व्यक्त किया। इस बीच, आरजेडी के साथ बातचीत फिर से शुरू हो गई है। आरजेडी के सांसद मनोज कुमार झा ने एक कविता की पंक्ति साझा की, "प्यार का धागा मत तोड़ो," जिससे यह संकेत मिलता है कि बातचीत फिर से सही दिशा में बढ़ रही है।
सीटों के बंटवारे में मतभेद
सीटों को लेकर बड़ा मतभेद:
सूत्रों के अनुसार, सीट बंटवारे की घोषणा पटना में बुधवार को की जा सकती है। सभी पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ा मतभेद चल रहा है। हर पार्टी का अपना तर्क है और असहमतियां बनी हुई हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि लगभग 30 वर्षों में यह पहली बार है जब सीट बंटवारे की बातचीत डेडलाइन के इतने करीब पहुंच गई है। अभी तक कोई भी यह सुनिश्चित नहीं कर पाया है कि विपक्षी गठबंधन में कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।