×

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत, राजद का सफाया

बिहार विधानसभा चुनाव 2023 में एनडीए ने 202 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की, जबकि राजद का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। भाजपा ने 89 सीटें जीतीं, जबकि जदयू ने 85 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस और अन्य सहयोगी पार्टियों का हाल भी निराशाजनक रहा। जानें चुनाव के परिणाम और मतदान प्रतिशत के बारे में।
 

एनडीए की ऐतिहासिक जीत

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटें जीतकर एक बार फिर से सत्ता में वापसी की है। यह एनडीए की 2010 में मिली 200 से अधिक सीटों के बाद की सबसे बड़ी जीत है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते हुए नीतीश कुमार की जनता दल यू (जदयू) को 85 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रखा। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, जिसने केवल 25 सीटें जीतीं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को इस बार कोई सीट नहीं मिली।


अन्य पार्टियों का प्रदर्शन

भाजपा और जदयू के अलावा अन्य सहयोगी पार्टियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 सीटें जीतीं। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने 6 सीटों में से 5 पर जीत हासिल की। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने 4 सीटें जीतीं। इसके विपरीत, राजद की सहयोगी पार्टियों का हाल भी खराब रहा।


कांग्रेस ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल 6 सीटें ही जीत सकी। पिछली बार 70 सीटों पर लड़कर 19 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका है। सीपीआई (माले) ने 20 में से सिर्फ 2 सीटें जीतीं, जबकि सीपीएम और नई पार्टी आईआईपी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को भी कोई सीट नहीं मिली। महागठबंधन को कुल 34 सीटें मिलीं।


मतदान प्रतिशत और सीटों का वितरण

एनडीए को 2020 के चुनाव की तुलना में 75 से अधिक सीटों का लाभ हुआ है, जबकि महागठबंधन को लगभग उतनी ही सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। जदयू ने पिछली बार 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार उसकी सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। मतदान प्रतिशत के मामले में राजद ने 23 प्रतिशत वोट हासिल किया, जबकि भाजपा को 20 प्रतिशत और जदयू को 19.23 प्रतिशत वोट मिले।